कमलेश तिवारी हत्याकांड: सूरत में मिठाई खरीद रहे संदिग्धों की तस्वीर आई सामने, मर्डर में 5 लोग शामिल, 3 गिरफ्तार

हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या (Kamlesh Tiwari Murder) हत्या मामले में सूरत पुलिस और ATS ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके नाम है शमीद पठान, फैजान पठान और मौसीजी शेख। मौसीजी शेख मौलवी है। इन तीनों से पुलिस पूछताछ कर रही है। वही कमलेश तिवारी हत्याकांड को अंजाम देने वाले दो लोगों के नाम का खुलासा हो गया है। इसमें से एक शख्स का नाम फरीदुद्दीन पठान उर्फ मुईनुद्दीन शेख है। जबकि दूसरे शख्स का नाम अशफाक शेख है। हत्या के सीसीटीवी फुटेज में जो दो लोग दिख रहे हैं ये वही हैं। इन्हीं ने सूरत में मिठाई और चाकू खरीदी थी और हत्या को अंजाम देने के लिए यूपी गए थे।

अब तक की जानकारी के मुताबिक इस मर्डर केस में 5 लोग शामिल थे। सूत्रों के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज, हत्या के वक्त इस्तेमाल किया गया मोबाइल नेटवर्क और सूरत के मोबाइल नेटवर्क को खंगाला जा रहा है ताकि और सुराग इकट्ठा किया जा सके। इसके अलावा अहमदाबाद, भरुच और सूरत से कुछ अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है, इन के साथ पूछताछ जारी है। अबतक की जानकारी के मुताबिक कमलेश तिवारी हत्याकांड की साजिश सूरत में रचे जाने की संभावना है।

वही गुजरात के सूरत के एक दुकान से मिठाई खरीद रहे संदिग्धों की तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर में दुकान के काउंटर पर दो युवक एक साथ दिख रहे हैं।एक युवक ने नीली रंग की शर्ट पहन रखी है, तो दूसरे युवक ने ग्रे कलर की टी शर्ट पहन रखी है। दरअसल, कमलेश तिवारी की हत्या के बाद उनके रूम से सूरत घारी मिठाई का डब्बा मिला था। घारी सूरत की फेमस मिठाई है। इस डब्बे में आरपोपियों ने हथियार लाए थे। बताया जा रहा है कि सूरत की धरती फुड एंड स्वीट दुकान से घारी मिठाई खरीदी गई थी। इस जानकारी के सामने आने के बाद सूरत पुलिस की टीम ने दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे को चेक भी किया था।

इस मामले में लखनऊ से जानकारी है कि यूपी पुलिस ने गुजरात एटीएस के साथ खुफिया जानकारियां शेयर की है। गुजरात एटीएस के साथ यूपी पुलिस संपर्क में है। यहा से सभी इनपुट शेयर किए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक पुलिस इसमें स्थानीय लोगों का भी इंवॉल्वमेंट देख रही है, घटनास्थल के नजदीक मिले CCTV तस्वीरों में दो पुरुष और एक महिला दिख रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक हो सकता है कि हमलावरों को कमलेश तिवारी के घर तक ले जाने और अपराध अंजाम देने के बाद उन्हें भागने में मदद करने में स्थानीय लोगों की मदद ली गई हो।