हाथरस केस की हाईकोर्ट में सुनवाई आज, कड़ी सुरक्षा के बीच पीड़ित परिवार लखनऊ रवाना

उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड पर आज इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में सुनवाई होने वाली है। जस्टिस पंकज मित्तल और जस्टिस राजन राय की बेंच में सुनवाई होगी। कड़ी सुरक्षा के बीच पीड़िता का परिवार कोर्ट में पेश होगा। कोर्ट ने सरकार और पुलिस के उन तमाम बड़े अफसरों को भी तलब किया है जिनपर केस में लापरवाही बरतने का आरोप है। गरिमापूर्ण तरीके से अंतिम संस्कार का अधिकार टाइटल के तहत मामला सूचीबद्ध है। दोपहर बाद 2:15 पर सुनवाई शुरू होगी। 1 अक्टूबर को हाईकोर्ट ने मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए एसीएस (होम), डीजीपी, एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर), हाथरस के डीएम और एसपी को भी कोर्ट ने तलब किया है।

सुनवाई में शामिल होने के लिए पीड़ित परिवार हाथरस से कड़ी सुरक्षा के बीच लखनऊ के लिए रवाना हो गया है। पीड़ित परिवार के एस्कॉर्ट में 6 गाड़ियां हैं। SDM अंजली गंगवार और CO भी पीड़ित परिवार के साथ लखनऊ जा रहे हैं।

मृतका के माता-पिता, भाई-भाभी को भी कोर्ट में हाजिर होना है। कोर्ट ने वरिष्ठ वकील जेएन माथुर को मामले में एमिकस क्यूरी (न्‍याय मित्र) बनाया है। सरकार की ओर से वीके शाही पक्ष रखेंगे।

मृतका के परिवार को एसडीएम अंजलि गंगवार और सीओ शैलेंद्र वाजपेयी की टीम एस्कॉर्ट कर रही है।

इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में सुनवाई 2:30 बजे शुरू होगी। पीड़ित परिवार सुबह 6 बजे हाथरस से लखनऊ के लिए रवाना हुआ है और 11-12 बजे तक उनके लखनऊ पहुंचने की संभावना है। इससे पहले उन्हें लेने के लिए पुलिस की टीम बुलगढ़ी गांव पहुंची थी। हालांकि, पहले परिवार को रविवार रात में ले जाने की तैयारी थी, लेकिन रात में जाने से इनकार के बाद उन्हें सुबह लखनऊ के लिए ले जाया जा रहा है। पीड़ित परिवार ने पुलिस की ओर से हुई देरी के बाद सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए रात में लखनऊ जाने से इनकार कर दिया था।

क्या है पूरा मामला?


हाथरस में 14 सितंबर को 4 लोगों ने कथित रूप से 19 साल की लड़की के साथ गैंगरेप किया था। यह भी आरोप है कि उसकी रीढ़ की हड्डी तोड़ दी और जीभ भी काट दी थी। दिल्ली में इलाज के दौरान 29 सितंबर को पीड़ित की मौत हो गई। चारों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। हालांकि, पुलिस का दावा है कि दुष्कर्म नहीं हुआ था।