UP News: कोरोना वैक्सीनेशन में फर्जीवाड़ा, अलीगढ़ में मृतक को लगा दिया टीका, पढ़े पूरा मामला

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण का टारगेट पूरा करने की इतनी जल्दबाजी थी कि कर्मचारियों ने मरे हुए व्यक्ति का ही टीकाकरण कर दिया है। टीकाकरण करने के बाद भारत सरकार की टीकाकरण वेबसाइट में मृतक के टीकाकरण के दोनों डोज लगने का प्रमाणपत्र भी जारी कर दिया गया है। यह मामला अलीगढ़ के अलीनगर मोहल्ले का है। जिसमें व्यक्ति की मौत दिसंबर 2021 को हो गई थी। मौत के बाद नगर निगम ने जनवरी में मृतक का मृत्यु प्रमाणपत्र भी जारी कर दिया। स्वास्थ्य विभाग ने अपना टारगेट पूरा करने की जल्दबाजी में 15 जनवरी को उसका टीकाकरण दिखाते हुए प्रमाणपत्र जारी कर दिया।

यह है पूरा मामला

अलीगढ़ के अलीनगर निवासी मो। आसिफ अपने परिवार का सबसे छोटा बेटा था। सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले 31 वर्षीय आसिफ ने 17 सितंबर को कोविड से बचाव के लिए टीके की पहली डोज लगवाई थी। जिसके बाद जनवरी में उसे दूसरी डोज लगनी थी। लेकिन दूसरी डोज का समय आने से पहले ही दिसंबर में उसकी तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां 8 दिसंबर को उसकी मौत हो गई। युवक की मौत के बाद उसे सुपुर्द-ए-खाक कर दिया और नगर निगम ने 10 जनवरी को उसका मृत्यु प्रमाणपत्र भी जारी कर दिया गया। लेकिन स्वास्थ्य विभाग को अपना लक्ष्य पूरा करने के लिए दूसरी डोज का समय आते ही बिना टीका लगाए प्रमाणपत्र जारी कर दिया।

परिवार के लोग उसकी मौत के गम को भुला भी नहीं पाए थे कि शनिवार को उनके मोबाइल में मैसेज आता है कि उनके बेटे ने कोविड की दूसरी डोज लगवा ली है। जिसके बाद परिवार जनों ने ऑनलाइन वेबसाइट पर चेक किया तो जिले की रिपोर्ट के आधार पर टीकाकरण का प्रमाणपत्र भी जारी कर दिया गया था। जिसके बाद शहर के एक कांग्रेस नेता ने टीकाकरण में हो रहे फर्जीवाड़ा पर सवाल उठाते हुए सारे प्रकरण की शिकायत विभाग के अधिकारियों को की है।

मामले की शिकायत होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सारे प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। दूसरी डोज के प्रमाणपत्र में 31 वर्षीय मृतक मो। आसिफ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र छलेसर में दूसरी डोज लगाने की जानकारी दी गई है। वहीं मनोज कुमार नाम के स्वास्थ्य कर्मी ने उसे टीका लगाया है।

सीएमओ डॉ नीरज त्यागी ने बताया कि मामला सामने आने के बाद जांच शुरू कर दी गई है और जो भी इसमें शामिल होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।