
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत क्या होती है, यह पाकिस्तानियों से पूछना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ब्रह्मोस मिसाइल की शक्ति और पराक्रम की झलक देखने को मिली थी। अगर किसी को अब भी इसकी क्षमता पर शक है, तो उन्हें पाकिस्तान के लोगों से पूछना चाहिए। सीएम योगी ने ज़ोर देते हुए कहा कि अब आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का समय आ गया है, और इसके लिए पूरे देश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एकजुट होना होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटिग्रेशन एंड टेस्टिंग फैसिलिटी’ के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि अब किसी भी आतंकवादी घटना को युद्ध के रूप में देखा जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक आतंकवाद को पूरी तरह कुचल नहीं दिया जाएगा, तब तक इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं होगा। सीएम योगी ने दोहराया कि आतंकवाद को खत्म करने का समय आ गया है, और इसके लिए पूरे भारत को एक साथ खड़ा होना होगा।
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए दिया स्पष्ट संदेशमुख्यमंत्री योगी ने आतंकवाद की तुलना कुत्ते की दुम से करते हुए कहा कि यह कभी सीधी नहीं होती और प्यार की भाषा को समझती भी नहीं है। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को उनकी ही भाषा में जवाब देना होगा, और भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए दुनिया को यह सख्त संदेश दे दिया है।
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान की सराहना करते हुए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए सेनाओं, जवानों, पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को उत्तर प्रदेश की जनता की तरफ से दिल से बधाई दी। उन्होंने प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के प्रति आभार जताया कि उन्होंने उत्तर प्रदेश को रक्षा उत्पाद निर्माण में एक अहम केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं।
ब्रह्मोस मिसाइल निर्माण के लिए 200 एकड़ ज़मीन दी गईयोगी आदित्यनाथ ने बताया कि 2018 में जब यूपी ने पहला निवेश सम्मेलन आयोजित किया था, तब ही केंद्र सरकार ने दो डिफेंस कॉरिडोर की घोषणा की थी। एक कॉरिडोर की घोषणा लखनऊ में की गई थी। राज्य में छह नोड – लखनऊ, कानपुर, अलीगढ़, आगरा, झांसी और चित्रकूट – निर्धारित किए गए। उन्होंने कहा कि 2019 में दोबारा सरकार बनने के बाद रक्षा मंत्री के रूप में राजनाथ सिंह ने लखनऊ में डिफेंस एक्सपो आयोजित कराया और घोषणा की थी कि यहां ब्रह्मोस मिसाइल निर्माण की दिशा में कार्य आगे बढ़ेगा।
सीएम योगी ने बताया कि राज्य सरकार ने ब्रह्मोस मिसाइल के निर्माण के लिए 200 एकड़ ज़मीन निशुल्क उपलब्ध कराई है और अब उत्पादन कार्य शुरू हो चुका है।
लखनऊ स्थित ब्रह्मोस इकाई बनी तकनीकी उपलब्धि का प्रतीकशनिवार को योगी सरकार ने कहा था कि यह सुविधा दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक का निर्माण करेगी, जिसकी रेंज 290 से 400 किलोमीटर तक है और अधिकतम गति मैक 2.8 होगी। सरकार के अनुसार लखनऊ स्थित यह निर्माण इकाई 80 हेक्टेयर में फैली है और इसे लगभग साढ़े तीन वर्षों में तैयार किया गया है।