पश्चिम बंगाल, हरियाणा, राजस्थान, ओडिशा और दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश में भी सरकार ने पटाखे जलाने पर बैन लगा दिया है। उत्तर प्रदेश शासन की ओर से जारी किए गए आदेश में 13 जिलों में पूरी तरह पटाखे जलाने पर बैन है जबकि अन्य जिलों में अब सिर्फ ग्रीन पटाखे ही बेचे जा सकेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार ने मुजफ्फरनगर, आगरा, वाराणसी, मेरठ, हापुड़, गाजियाबाद, कानपुर, लखनऊ, मुरादाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, बागपत और बुलंदशहर में पटाखे जलाने पर पूरी तरह बैन है लेकिन बैन के बावजूद कुछ लोग पटाखों की बिक्री कर रहे है। ऐसे में बुलंदशहर (Bulandshahr) के खुर्जा में आतिशबाज़ी बिक रही एक दुकान पर पुलिस ने छापा मारा। इस छापेमारी के दौरान पुलिस का अमानवीय चेहरा देखने को मिला। एक मासूम पुलिस की गाड़ी पर लगातार सिर पटकती रही, गुहार लगाती रही, लेकिन बेरहम पुलिस को मासूम पर जरा भी तरस नहीं आया।
मामला खुर्जा कोतवाली नगर क्षेत्र के ग्राम मुंडाखेड़ा चौहरे का है, यहां पटाखा बिक्री की सूचना पर कार्रवाई करने गई पुलिस के साथ दुकानदारों और पुलिस के बीच नोकझोंक हो गई और दुकानदार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसके बाद हिरासत में लिए युवक को छुड़ाने के लिए उसकी मासूम बेटी पुलिस की कार में सिर पटकती रही, लेकिन पुलिस ने उसकी एक ना सुनी और ना ही पुलिस जीप में ड्राइवर सीट पर बैठे सिपाही ने सिर पटकने से बच्ची को रोकने की जहमत उठाई। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में एक पुलिसकर्मी बच्ची को पुलिस जीप से अलग करने के लिए खींचता दिखाई दे रहा है, बच्ची रोती पीटती रही, अपने पिता को छुड़ाने के लिए पुलिसकर्मियों से गुहार लगाती रही लेकिन बुलंदशहर पुलिस का दिल तक नहीं पसीजा।
बता दें पुलिस ने बच्ची के पिता सहित 6 दुकानदारों को हिरासत में लिया है। दरअसल बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर NGT ने पटाखों की बिक्री पर रोक लगाई है। पूरे मामले में मीडिया में खबर चलने के बाद एसएसपी ने अपना बयान सोशल मीडिया पर वायरल किया। उन्होंने पुलिस को आदेश दिया है कि संवेदनशीलता व सहानभूति पूर्ण तरीके से काम करें।