उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में रोजाना राजनीति के समीकरण बदल रहे हैं। चर्चा है कि काजी इमरान मसूद जो 11 जनवरी को कांग्रेस का 'हाथ' छोड़कर सपा की 'साइकिल' पर सवार हुए थे अब 'हाथी' की सवारी करने जा रहे हैं। इमरान मसूद 5 दिन भी 'साइकिल' चला नहीं पाए। सपा में अनदेखी और टिकट न मिलना कारण बताया जा रहा है। बेहट से दामाद शायान मसूद और देहात सीट मसूद अख्तर को चुनाव लड़वाना चाहते थे लेकिन राजनीतिक गलियारों में बेहट से उमर अली और देहात से आशु मलिक का टिकट तय माना जा रहा है। हालांकि सपा की सूची अभी आई नहीं है।
बता दे, काजी रशीद मसूद के भतीजे इमरान मसूद मुस्लिम समाज में अच्छी पकड़ रखते हैं। हालांकि वह 4 बार चुनाव हार चुके हैं। दो बार लोकसभा और दो बार विधानसभा। 2017 के विधानसभा चुनाव में इमरान ने सहारनपुर में कांग्रेस का सूखा खत्म किया था। बेहट से कांग्रेस प्रत्याशी नरेश सैनी और देहात से मसूद अख्तर को रिकॉर्ड जीत दिलाई थी। इमरान के सपा छोड़कर बसपा में जाने के बाद सहारनपुर की राजनीति के अलग समीकरण होंगे।