एक बार फिर 2019 लोकसभा चुनाव के पहले अमेठी में सियासत फिर से तेज हो गई है। स्मृति ईरानी ( Smriti Irani ) अमेठी ( Amethi ) में लगातार फलदार पौधे और 10 हजार साड़ियां तोहफे के रूप में वितरित कर चुकी हैं। वही कांग्रेस अध्यक्ष और अमेठी सांसद राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) भी किसानों के आय को दोगुना करने के लिए 40 हजार इजरायली केले का पौधा बांट रहे है। राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र के किसानों को जागरूक करने और उनकी आय को दोगुना करने के लिए इजरायली प्रजाति के 40 हजार केले के पौधे भेजे है। केले के ये पौधे विशेष तकनीक से तैयार की जाती है जिसकी कीमत प्रति पौधा करीब 17 रुपये होती है, जिसे इजराइली ग्रैंड नैन G-9 के नाम से जाना जाता है। पौधा बांटने की जिम्मेदारी किसान प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष को सौंपी गई है और हर ब्लॉक में एक विशेष कार्यक्रम कर किसानों को पौधों का वितरण किया जा रहा है।
दरअसल, अमेठी सांसद राहुल गांधी को भी अब किसानों की चिंता सताने लगी है। वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी चुनाव हारने के बाद भी लगातार अमेठी में सक्रिय है और अभी तक करीब 20 बार अमेठी का दौरा कर चुकी है। अपने हर दौरे में स्मृति किसानों को साधने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ती है। स्मृति को जवाब देने के लिए राहुल भी किसानों की मदद के लिए सामने आ गए है। अभी हाल ही में अमेठी दौरे पर आए राहुल गांधी का पूरा ध्यान किसानों पर रहा और राहुल ने दर्जनों गांवो में जाकर किसानों से मुलाकात की और खेती में आ रही दिक्कतों के बारे जानकारी ली।
राहुल गांधी को हमेशा अमेठी के किसानों की चिंता है
कांग्रेस किसान प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष अनिल शुक्ला ने बताया कि राहुल गांधी को हमेशा अमेठी के किसानों की चिंता रहती है। राहुल गांधी ने अमेठी लोकसभा के 40 हजार किसानों के लिए इजराइली प्रजाति के केले के पौधे भेजे है जिसे इंदिरा गांधी की पुण्य तिथि से सोनिया गांधी के जन्मदिन तक बांटा जाएगा। जो पौधे किसानों को बांटे जा रहे है ये विशेष तरह के है। इस पौधे को लगाकर किसान अपने आय को दोगुना करेंगे।
कांग्रेस के विदेशी केलों का भाजपा का जवाब
कांग्रेस के विदेशी केले की जवाब देते हुए भाजपा के जिला प्रवक्ता गोविन्द सिंह का कहना है कि स्मृति ईरानी चुनाव हारने के बाद भी अमेठी में बनी हुई है। स्मृति ने साढ़े चार साल पहले अमेठी के किसानों को 50 हजार लोगों का बीमा कराया और 50 हजार लोगों को फलदार पौधों का वितरण किया था। स्मृति हमेशा त्योहारों पर किसानों और गरीबो को उपहार के रूप में साड़ी और पैंट शर्ट के कपड़े देती रहती है।