सहारनपुर: किसान आंदोलन और MSP को लेकर योगगुरु स्वामी रामदेव ने दिया बड़ा बयान

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 29वां दिन है। राहुल गांधी और गुलाम नबी आजाद ने आज गुरुवार को राष्ट्रपति से मिलकर किसानों के मामले में दखल की मांग की। राष्ट्रपति भवन से निकलने के बाद राहुल ने कहा कि किसान, छोटे व्यापारी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। अगर कृषि व्यवस्था को छेड़ा जाएगा, तो इसका असर पूरे देश पर पड़ेगा। इसलिए ऐसे कानूनों को वापस लेना चाहिए। प्रधानमंत्री सिर्फ 2-3 लोगों को फायदा पहुंचाना चाहते हैं। उधर, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में किसान आंदोलन को लेकर योगगुरु स्वामी रामदेव ने बड़ा बयान दिया है। योगगुरु स्वामी रामदेव यहां पतंजलि स्टोर का उद्घाटन करने पहुंचे थे। पत्रकारों से बात करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि कुछ बात किसानों और कुछ बात सरकार को मान लेनी चाहिए और आंदोलन को जल्द खत्म करना चाहिए। उन्होंने कहा किसान आंदोलन और ज्यादा लम्बा नहीं खिंचना चाहिए। किसान और सरकार को बीच का रास्ता निकालना चाहिए।

स्वामी रामदेव ने कहा, 'अन्नदाता का भी नुकसान नहीं होना चाहिए और सरकार जो कुछ किसानों के लिए बेहतर करना चाहती है, वह भी हो जाए। बातचीत के माध्यम से बीच का रास्ता निकालकर इस समस्या का हल निकालना चाहिए।'

स्वामी रामदेव ने कहा, ' किसानों को आगामी दिनों में अन्य फसलों की तैयारी करनी है। इस आंदोलन से किसान के सामने फसलों की तैयारी में दिक्कत आएगी। सरकार किसानों के हित में कार्य करना चाहती है और उन्हें उम्मीद है कि सरकार अच्छे कदम उठाएगी।'

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार और किसानों के बीच चल रही इस तनातनी से कहीं न कहीं राष्ट्र का भी नुकसान हो रहा है। उम्मीद है कि जल्द गतिरोध खत्म होगा और कोई हल निकलेगा। सरकार किसानों की भलाई के लिए ही कार्य कर रही है। सरकार ने कभी भी एमएसपी को खत्म करने के लिए नहीं कहा।

आपको बता दे, केंद्र सरकार ने आंदोलन कर रहे किसानों एक और खत लिखा है। खत में किसानों से अगले दौर की बातचीत के लिए तारीख और समय तय करने को कहा गया है। पत्र में कहा गया है कि सरकार किसानों की ओर से उठाए गए मुद्दों का तार्किक समाधान निकालने के लिए प्रतिबद्ध है।