मसूद अजहर 'ग्लोबल टेररिस्ट' घोषित, अमेरिका ने दी प्रतिक्रिया - यह अमेरिकी कूटनीति और आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्‍ट्रीय मुहिम की जीत

पुलवामा हमले के मास्‍टरमाइंड मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के मुद्दे पर जहां भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत मानी जा रही है वही इसमें अमेरिका की भी महत्‍वपूर्ण भूमिका रही, जो लगातार पाकिस्‍तान में मौजूद आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर इस्‍लामाबाद पर दबाव बनाता रहा। मसूद को संयुक्‍त राष्‍ट्र द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के बाद अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने इस पर प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त करते हुए इसे अमेरिकी कूटनीति और आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्‍ट्रीय मुहिम की जीत बताया है। उन्‍होंने इसे दक्षिण एशिया में शांति की दिशा में महत्‍वपूर्ण कदम करार दिया। उन्‍होंने इस मुद्दे पर संयुक्‍त राष्‍ट्र में अमेरिकी मिशन को भी इसके लिए बधाई दी और कहा, 'यह अमेरिकी कूटनीति व आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्‍ट्रीय समुदाय की जीत है, जिसकी लंबे समय से प्रतीक्षा थी। यह दक्षिण एशिया में शांति की दिशा में एक महत्‍वपूर्ण कदम है।'

मसूद अजहर 'ग्लोबल टेररिस्ट' घोषित : विपक्ष पर बरसे अमित शाह, बोले- ये मोदी सरकार है...

बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह ने विपक्ष पर खास तौर पर कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी और दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि यह मोदी सरकार है, यह बीजेपी सरकार है, अगर पाकिस्‍तान गोलियां दागता है तो हम गोलों से इसका जवाब देंगे। उन्होंने कहा पुलवामा हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वायुसेना को ऑपरेशन का निर्देश दिया था, जिसके बाद हमारे जवान पाकिस्‍तान की सीमा में दाखिल हुए और बालाकोट में आतंकियों के ठिकानों को ध्‍वस्‍त कर लौट आए। उन्‍होंने आरोप लगाया कि भारतीय सेना की इस कार्रवाई से जहां देशवासियों का सीना चौड़ा हो गया, वहीं राहुल और केजरीवाल सदमे में थे। पुलवामा हमले और पाकिस्‍तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना की एयर स्‍ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पाकिस्‍तान स्थित आतंकियों को माकूल जवाब देना जानती है।

पाकिस्‍तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्‍मद पर भारत में कई हमलों का आरोप है। पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले के बाद उसे वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए सुरक्षा परिषद की 1267 अलकायदा प्रतिबंध समिति के समक्ष प्रस्‍ताव लाया गया था, लेकिन चीन ने इसके विभिन्‍न पहलुओं पर अध्‍ययन के लिए अत‍िरिक्‍त समय की आवश्‍यकता का हवाला देते हुए इस पर 'तकनीकी रोक' लगा दी थी, जिसके बाद एक बार फिर यह मामला लंबित हो गया था। लेकिन बुधवार (1 मई, 2019) को चीन ने यह रोक हटा ली, जिसके बाद मसूद वैश्विक आतंकी घोषित हो गया।