राजधानी लखनऊ में पहली बार 21 और 22 फरवरी को यूपी इंवेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है। यूपी सरकार इन दिनों पूरी शिद्दत के साथ इंवेस्टर्स समिट की तैयारियों में जुटी हुई है। यूपी इन्वेस्टर्स समिट के लिए सरकार के साथ ही साथ जिला प्रशासन अलर्ट पर है। आयोजन में कोई कमी नहीं रह जाए इसके लिए सरकार और प्रशासन द्वारा एक से एक बढ़कर इंतजाम किए जा रहे हैं। खुद सीएम योगी आयोजन को सफल बनाने के लिए लगातार बैठक कर रहे हैं।
हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद तैयारियों का जायजा लेने के लिए कार्यक्रम स्थल इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान पहुंचे थे। उन्होंने अपनी पूरी टीम के साथ तैयारियों की समीक्षा की। समिट में अतिथियों के प्रवेश को लेकर होने वाले विवाद से बचने की नसीहत देते हुए कहा कि अगर किसी अतिथि के साथ कोई पुलिस कर्मी या प्रशासनिक अधिकारी अभद्रता करता है तो इससे प्रदेश की छवि खराब होगी। इसलिए ऐसी प्रवृत्ति के अधिकारियों की ड्यूटी कार्यक्रम स्थल पर न लगाई जाए। सीएम योगी ने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट से बड़े पैमाने पर प्रदेश में निवेश आएगा। जिससे रोजगार के अनेक अवसर सृजित होंगे और प्रदेश के नौजवानों को रोजगार मिलेगा। सभी विभाग इस आयोजन में टीमवर्क की भावना से काम करें। यह आयोजन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनता की बेहतरी के लिए किया जा रहा है। ऐसे में, प्रत्येक विभाग की यह जिम्मेदारी है कि वह इसकी सफलता के लिए सारे प्रयास करे और अपने उत्तरदायित्वों का भली-भांति निर्वाह करे।
निर्बाध बिजली, चाक-चौबंद सुरक्षा व साफ-सफाई के निर्देशमुख्यमंत्री ने पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष को समिट के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। पुलिस महानिदेशक को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, अतिथियों के वाहनों की पार्किंग व्यवस्था और शहर में सुचारुयातायात व्यवस्था रखने के निर्देश दिए। अन्य अधिकारियों से शहर की साफ-सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने तथा विभिन्न मार्गों पर अनधिकृत तौर पर लगी होर्डिंग्स हटाने को कहा। अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त डॉ. अनूपचंद्र पांडेय ने स्लाइड के माध्यम से समिट की तैयारियों के संबंध में सत्रवार जानकारी दी। इसके पहले मुख्यमंत्री ने पांडालों का भी निरीक्षण किया।
मंत्रियों व अधिकारियों को दी नसीहतमुख्यमंत्री ने मंत्रियों व अधिकारियों से को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि मंत्री, अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव व सचिव की ड्यूटी जिस सत्र में लगी हो, उसमें समय पर मौजूद रहना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही अब तक लागू हो चुकी पॉलिसियों का अध्ययन करके आएं ताकि निवेशकों के पूछे जाने पर सही जानकारी दे सकें। एमओयू साइन करने वाले निवेशकों को सभी जानकारियां समय रहते उपलब्ध कराई जाएं। योगी ने कहा, सभी विभागों के मंत्री, अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव व सचिव समिट के दौरान अपने-अपने विभाग से संबंधित सत्रों की रिपोर्ट खुद तैयार कराएंगे। इसकी एक प्रति मुझे उपलब्ध कराएंगे ताकि मैं समिट के निष्कर्षों की जानकारी ले सकूं।
भेजा जा रहा है न्यौताआयोजन में विशिष्टों को बुलावे के लिए निमंत्रण भेजे जा रहे हैं। यूपी सरकार के मंत्री सतीश महाना ने इन्वेस्टर्स समिट का न्यौता सपा नेता मुलायम सिंह यादव को दिया है। रविवार को मंत्री सतीश महाना ने पूर्व सीएम अखिलेश यादव को इन्वेस्टर्स समिट का निमंत्रण दिया है। यूपीएसआइडीसी ने भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। उसने उद्योग लगाने के लिए स्थान चाहने वालों के लिए कई विकल्प तैयार कर रखे हैं। हालांकि अभी तक योगी ने बसपा प्रमुख मायावती को न्यौता नहीं भेजा है। इस सम्मेलन का शुभारंभ पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे। समिट में 5 हजार से अधिक निवेशकों के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। योगी इस सम्मेलन में औद्योगिक घरानों के उद्योगपति के साथ ही राजनैतिक दलों के नेताओं को भी न्यौता दे रहे हैं।