प्रद्युम्न मर्डर, बड़ा सवाल - चाकू साथ लेकर घूमने की क्या थी वजह?

गुड़गांव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के बच्चे के मर्डर के आरोपी बस कंडक्टर अशोक ने गुनाह कबूल कर लिया है। जब उससे पूछा गया कि उसने क्या पहले भी किसी बच्चे को सेक्शुअली एब्यूज किया है, तो आरोपी ने कहा- "नहीं। ये पहली बार था। मैं घबरा गया था। पता नहीं कैसे हो गया। मेरी बुद्धि भ्रष्ट हो गई थी। मैं गलत काम करना चाहता था। लेकिन किया नहीं। " चाकू के बारे में पूछे जाने पर अशोक ने कहा, "वो सब्जी काटने वाला चाकू था। वो गंदा हो गया था। उसे साफ करने के लिए मैं टॉयलेट तक ले आया था। उसी से बच्चे का गला रेता।"

पर एक सवाल जो शायद किसी ने नहीं उठाया वो है, स्कूल में कंडक्टर चाकू लेकर आया क्यों?
चाकू साथ लेकर घूमना स्कूल प्रशासन व कन्डक्टर दोनों पर एक बड़ा प्रश्न खड़ा करता है। बिना किसी रंजिश के कोई चाकू लेकर क्यों घूमेगा? ऐसा क्या मसला था उस नन्ही सी जान के साथ की उससे इस तरह मारा गया? बच्चों के टॉयलेट में स्टूडेंट्स के अलावा किसी को भी जाने के इजाजत नहीं है। यहां तक कि स्कूल के टीचर और स्टाफ भी बच्चों के टॉयलेट में नहीं जाते। वारदात को अंजाम देने वाले कंडक्टर का कहना है कि वह और उसके साथी ड्राइवर अक्सर बच्चों का टॉयलेट इस्तेमाल करते थे। बच्चे की हत्या के बाद स्कूल प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं कि वो बच्चों की सिक्युरिटी को लेकर लापरवाह था।

दूसरा बड़ा सवाल यह खड़ा होता है की प्रद्युम्न ही क्यों? इस बच्चे से पहले भी कई बच्चे वाशरूम में गये तो उनके साथ कंडक्टर ने कुछ क्यों नही किया?

देखते है पुलिस प्रशासन इस मासूम को इंसाफ दिलाने में कामयाब हो पाती है क्या या फिर ये भी हाई प्रोफाइल केस बन कर बस फाईलो में बंद होकर रह जाएगा।