उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में 12 वर्षीय नाबालिग लड़की से रेप की घटना के बाद प्रदेश की राजनीति में काफी बवाल मचा हुआ है. अब यह मामला केवल एमपी का नहीं रहा, इस पर देशभर से बयान आ रहे हैं। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस मामले में बड़ी जानकारी दी है। गृह मंत्री ने बताया की इसकी जांच के लिए एक SIT का गठन किया है इसके अलावा एक संदिग्ध को हिरासत में भी लिया गया है।
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयानएमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए इस घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि पीड़िता अब खतरे से बाहर है और उसकी हालात ठीक है। ये बच्ची उज्जैन की नहीं, बल्कि बाहर की लग रही है। हालांकि, अभी वो ठीक से किसी सवाल का जवाब नहीं दे पा रही है। काउंसलर और चाइल्ड स्पेशलिट पीड़िता से वार्ता करने के लिए लगाए गए हैं। इस मामले के लिए एसआईटी का गठन किया गया है और एक संदिग्ध को भी हिरासत में लिया गया है। अब संदिग्ध से पूछताछ होगी और फिर आगे की कार्रवाई होगी।
एएसपी जयंत सिंह राठौड़ का बयानवहीं इस मामले पर एएसपी जयंत
सिंह राठौड़ ने कहा कि, महाकाल थाना क्षेत्र में नाबालिग लड़की से रेप की
जानकारी संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की है। एसपी सचिन शर्मा
साइबर, क्राइम और राज्य पुलिस समेत तीन एसआईटी टीमें बनाई हैं। कई बिंदुओं
पर जांच की जा रही है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। लड़की की
तबीयत ठीक नहीं थी, उसे एमवायएच इंदौर में अस्पताल में रखा गया है और वह
वर्तमान में स्थिर है।
क्या था मामला?मंगलवार (26
सितंबर) को मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के बारनगर इलाके में एक 12 वर्षीय
लड़की को सड़कों पर खून से लथपथ पाया गया। रेप के बाद अर्धनग्न और लहूलुहान
हालत में एक 12 साल की लड़की घर-घर जाकर मदद मांगती रही। लोग उसे घूरते
रहे लेकिन मदद करने से इनकार कर दिया। वह भटकती हुई एक आश्रम में पहुंची।
वहाँ का पुजारी जिला अस्पताल ले गया, जहां मेडिकल जांच में दुष्कर्म की
पुष्टि हुई।