छत्तीसगढ़ : टहलने के लिए निकले थे 7 दोस्त, अचानक आई ट्रेन और गई दो की जान, 4 सुरक्षित, एक नदी में कूदा जिसकी तलाश जारी

छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में बीते दिन गुरुवार देर शाम एक दर्दनाक हादसा हो गया जहां सात दोस्त टहलने के लिए निकले थे तभी ब्रिज पर ट्रेन आ गई जिसमें चार दोस्तों ने भागकर अपनी जान बचा ली जबकि एक नदी में कूद गया। लेकिन दो दोस्तों की ट्रेन से काटकर मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और शवों के टुकड़ों को एकत्र करा पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। वहीँ नदी में कूदने वाला दोस्त भी नहीं मिला हैं जिसकी गोताखोरों की मदद से नदी में तलाश की जा रही हैं। रात करीब 1 बजे तक नदी में कूदने वाले सुरेश को तलाश करने की कोशिश की जाती रही, लेकिन उसका पता नहीं चला। इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया। थाना प्रभारी रोशन सिंह राजपूत ने बताया कि सुरेश की तलाश के लिए सुबह फिर से अभियान शुरू किया गया है।

हादसा भाटापारा के ग्रामीण थाना क्षेत्र के गुड़ाघाट रेलवे ट्रैक पर हुआ है। यह इलाका बिल्हा और भाटापारा बार्डर पर है। दरअसल, दगौरी गांव निवासी श्रवण साहू (35) पुत्र डेरा राम, बिलासपुर के बहतराई निवासी दसरू साहू (40) पुत्र समारू साहू, बिलासपुर के बेमा नगोई गांव निवासी सुरेश उर्फ लल्लू साहू (35), नितेश मरावी, पुरुषोत्तम साहू, रमेश साहू और धर्मेद्र साहू एक छठी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दगौरी गांव में सूरज साहू के घर आए हुए थे।

सभी गुरुवार शाम करीब 6 बजे घूमने के लिए निकले। वे शिवनाथ नदी पर बने रेलवे पुल पर पहुंच गए। वहां से घूमते हुए सभी आगे तक निकल गए। इस दौरान नितेश मरावी, पुरुषोत्तम साहू, रमेश साहू और धर्मेद्र साहू वहां से लौटने लगे। तभी बिलासपुर की ओर जा रही कोविड स्पेशल ट्रेन ट्रैक पर आ गई। यह देख चारों ने बाहर की ओर कूद कर जान बचाई, लेकिन पुल पर जगह नहीं होने के कारण श्रवण साहू और दसरू साहू ट्रेन की चपेट में आ गए। वहीं सुरेश उर्फ लल्लू साहू ने बचने के लिए नदी में छलांग लगा दी। इसके बाद बाकी लोगों ने गांव में और पुलिस को सूचना दी।