हिमाचल : समाज में नशा घोलने वाले चरस तस्करों को अदालत ने सुनाई 11 साल की कैद और जुर्माना

नशा समाज के लिए जहर बन चुका हैं जो आज की युवा पीढ़ी को आदी बनाते हुए असहाय बना रहा हैं और उन्हें अंदर से खोंखला करता जा रहा हैं। ऐसे ही दो चरस के तस्करों को हिमाचल के चंबा की अदालत ने 11 साल की कैद की सजा के साथ 1.10 लाख का जुर्माना भी लगाया हैं। विशेष न्यायाधीश चंबा राजेश तोमर की अदालत ने बुधवार को यह फैसला सुनाया। इस मामले में 26 गवाहों के बयान दर्ज किए गए। जुर्माना अदा न करने की सूरत में दोषी राम सिंह निवासी गांव मडाली डाकघर, तहसील नकोदर, जालंधर और संजू छैंका राम गांव सिमणी, तहसील सलूणी को एक साल का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। मामले की पैरवी जिला उप न्यायवादी राजिंद्र कुमार ने की।

मामला 21 नवंबर 2017 का है। पुलिस टीम ने वाहनों की जांच के लिए चंबा-पठानकोट हाईवे पर तुन्नूहट्टी बैरियर के समीप नाका लगाया था। इसी दौरान एचआरटीसी की बस को तलाशी के लिए रोका गया। पुलिस टीम 25 नंबर सीट पर पहुंची तो यात्री घबरा गया। उसके पास एक सफेद रंग का बैग था। पुलिस ने उक्त बैग की तलाशी ली। इस दौरान बैग से चरस की खेप पाई गई। जो 3.180 ग्राम बरामद हुई। पुलिस ने मुकद्दमा दर्ज किया। पुलिस ने जांच शुरू की। जांच के दौरान सामने आया कि दूसरे आरोपी संजू ने राम सिंह के साथ मिलकर चरस तस्करी करने का प्रयास किया।