तुर्की के इस शहर में एक साथ दफनाए गए 5000 शव, जंगल को काटकर बनाया गया कब्रिस्तान

तुर्किये और सीरिया में भूकंप से खतरनाक तबाही मची है। इन दोनों देशों में अब तक 34 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और समय के साथ यह आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। तुर्की में आए भूकंप ने यहां ऐसी तबाही मचाई है कि हर तरफ लाशों का ढेर लग गया है। तुर्की के कहरामनमारस शहर में लाशों को दफनाने के लिए जंगल का एक हिस्सा काटकर सामूहिक कब्रिस्तान बनाया गया। इस शहर में जमींदोज हो चुकी इमारतों का मलबा हटाने पर जो भी लाशें मिल रही हैं, उन्हें इस कब्रिस्तान के पास ही लाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि अब तक 5000 लोगों के शव यहां दफनाए जा चुके है। बता दे, कहरामनमारस में रविवार देर रात 4.7 की तीव्रता का एक और भूकंप का झटका महसूस किया गया।

नया कब्रिस्तान बनाने के लिए सरकार ने बड़ी-बड़ी जेसीबी मशीनें लगवा दी हैं, जो दिन रात जंगल साफ कर मिट्टी खोदने के काम में लगी हुई हैं। हर मिनट यहां एंबुलेंस के आने का क्रम जारी है, जो हर चक्कर के साथ दर्जन भर शव लेकर आती है। लोग यहां आते हैं और काले प्लास्टिक के बैग में पैक लाशों को खोलकर पहचान करने लगते हैं। जिन लोगों को कोई अपना मिल जाता है, वे उसके बाद अपने परिजन के लिए कब्र की व्यवस्था करने के उद्देश्य से यहां-वहां दौड़भाग शुरू कर देते हैं। यहां मौजूद लोग बताते हैं कि मकबरा बनाने के लिए न पत्थर है और न ही दूसरी जरूरी चीजें। एक छोटी सी लकड़ी पर काले रंग के स्केच पेन की मदद से वे रिश्तेदारों की कब्रों का नंबर और उनका नाम नोट कर रहे हैं। दरअसल, यहां इतनी तादाद में लाशों के आने का सिलसिला जारी है कि जंगल काटकर सामूहिक कब्रिस्तान बनाने के बाद भी लोगों को कब्रों के लिए मारामारी करनी पड़ रही है।

तुर्किये और सीरिया में 6 फरवरी को सुबह 3 बड़े भूकंप आए थे। तुर्किये के वक्त के मुताबिक, पहला भूकंप सुबह करीब चार बजे (7.8), दूसरा करीब 10 बजे (7.6) और तीसरा दोपहर 3 बजे (6.0) आया। इसके अलावा 243 आफ्टर शॉक्स भी दर्ज किए गए। इनकी तीव्रता 4 से 5 रही। तुर्किये में 7 फरवरी सुबह 8.53 पर फिर भूकंप आया। इसके बाद दोपहर 12.41 बजे 5.4 तीव्रता का भूकंप आया।