गूगल पर कोरोना को लेकर सबसे ज्यादा पूछे जा रहे हैं ये सवाल, जानिए जवाब

कोरोना वायरस (Coronavirus) के कदम जैसे-जैसे दुनियाभर में पड़ रहे है वैसे-वैसे इसको लेकर लोगों में खौफ का माहौल बढ़ता जा रहा है। लोगों में इस वायरस के बारे में जानने को लेकर उत्सुकता भी बढ़ती जा रही है। लोग इस बीमारी के बारे में जानना चाहते है जिससे खुद इस वायरस से अपनी रक्षा कर सके। लोगों के मन में इस वायरस को लेकर कई तरह के सवाल है जो वे गूगल पर सर्च कर रहे है।

क्या है कोरोना वायरस

सबसे जरुरी सवाल है की आखिर कोरोना वायरस है क्या। कोरोना वायरस का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है। इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था। डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं। अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है। कोरोना वायरस को WHO ने Covid-19 नाम दिया है। इसके अलावा कोरोना वायरस के दो और प्रकार हैं- Middle East respiratory syndrome (Mers) और severe acute respiratory syndrome (Sars)।

कैसे हुई कोरोना की शुरुआत?

कोरोना वायरस की शुरुआत कहां से हुई, इस सवाल के जवाब पर काफी विभेद। चीनी प्रशासन का कहना है कि कोरोना की शुरुआत वुहान के सी-फूड मार्केट से हुई। लेकिन चीन में ही हुई अन्य रिसर्च में दावा किया गया है कि कोरोना के पहले मरीज का वुहान के सी-फूड मार्केट से कोई लेना-देना नहीं है। चीन अभी कोरोना के पहले मरीज यानी पेशेंट जीरो की तलाश कर रहा है। माना जा रहा है कि इससे कोरोना की दवा बनाने में काफी मदद मिलेगी।

क्या हैं इस बीमारी के लक्षण?

- बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं
- इस वायरस में लगातार खांसी आती रहती है
- इसमें अचानक बुखार, नाक बहना, सांस लेने में तकलीफ और गले में खराश जैसी परेशानियां दिखती हैं
- इसके लक्षण शुरूआत में सामान्य फ्लू की तरह ही होते हैं
- सिर में तेज दर्द,निमोनिया, ब्रॉन्काइटिस और गले में खराश
- संक्रमण गंभीर होने पर निमोनिया और गुर्दे से जुड़ी बीमारियां होने लगती हैं
- यदि लक्षण आम सर्दी से ज्यादा महसूस हों तो किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाना चाहिए

भारत में कोरोना के कितने केस?

वायरस के मरीजों की भारत में वर्तमान संख्या 152 है। अब तक इससे तीन मरीजों की मौत हो चुकी है। हालांकि ये आकंड़ा अभी बढ़ रहा है। वहीं, 13 लोगों को इस वायरस से निजात मिल चुकी है। भारत अभी कोरोना के फैलाव के मामले में दूसरे स्टेज में है। सरकार का प्रयास है कि इसे तीसरे स्टेज यानी मास स्प्रेड में पहुंचने से रोका जाए। इसी वजह से बड़े स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। भारत में सभी राज्यों में सार्वजनिक जगह जहां पर ज्यादा भीड़ रहती है उनको कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया है। भारत में सभी बड़े मंदिरों को 31 मार्च तक के लिए श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है।

कोराना से कैसे बचा जाए?

कोरोवा वायरस से बचाव में सबसे पहली बात ये है कि इस वायरस से घबराएं नहीं। इस वायरस को लेकर बरती जाने वाली सतर्कता ही इससे बचाव है। कोरोना वायरस से बचने के लिए नियमित तौर पर साफ-सफाई का ध्यान रखे। अपने हाथों को साबुन से दिन में बार-बार साफ करते रहे। इस अलावा लोगों के साथ सोशल होने से बचे। इस अलावा अपने शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने की कोशिश करे। कोई भी वायरस हमारे शरीर पर तभी वार करता है जब हमारी इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है। ऐसे म विटामिन सी अधिक मात्रा में लें और रेगुलर एक्सरसाइज करें। साथ ही भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।

क्या कोरोना का इलाज है?

अभी तक कोरोना की कोई सटीक दवा नहीं बनी है लेकिन इससे होनी वाली मौतों का प्रतिशत 2-3 ही है। सामान्य तौर पर इस रोग से उन लोगों को ज्यादा खतरा है जिन्हें या तो पहले से कोई गंभीर बीमारी हो या फिर जिनकी उम्र ज्यादा हो। अभी तक दुनियाभर में इस रोग के 2 लाख लोग संक्रमित मिले हैं। इनमें 80 हजार ठीक होकर घर वापस जा चुके हैं। करीब आठ हजार मौतें हुई हैं। इनमें ज्यादातर हिस्सा उम्रदराज लोगों का है।