
कोलकाता के दक्षिण 24 परगना जिले के मथुरापुर से तृणमूल कांग्रेस के सांसद बापी हलदर ने वक्फ संपत्ति को लेकर तीखी टिप्पणी करते हुए विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि वक्फ एक विशेष समुदाय की संपत्ति है और अगर कोई उस पर नज़र डालेगा, तो उसे सख्त अंजाम भुगतने होंगे। यह बयान रविवार को मथुरापुर के लालपुर में आयोजित एक जनसभा में आया, जिसे तृणमूल कांग्रेस ने संशोधित वक्फ अधिनियम के विरोध में बुलाया था। हलदर ने चेतावनी दी कि अगर कोई वक्फ संपत्ति की ओर आंख उठाएगा, तो “आंखें निकाल ली जाएंगी और हाथ-पैर तोड़ दिए जाएंगे।” उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और विपक्ष ने इसकी कड़ी आलोचना की है।
भाजपा और माकपा का पलटवारभाजपा के मथुरापुर जिला संगठन के उपाध्यक्ष अशोक पुरकाइत और माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने बापी हलदर की टिप्पणी को भड़काऊ और असंवेदनशील बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस इस तरह के बयान देकर राज्य की शांति भंग करने की कोशिश कर रही है। गौरतलब है कि वक्फ अधिनियम में संशोधन को लेकर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में पहले ही तनाव बना हुआ है, जहां वक्फ की लगभग 4,500 संपत्तियाँ चिन्हित की गई हैं। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, इनमें से अधिकांश कृषि भूमि है, जिनमें से करीब 550 संपत्तियों पर प्रभावशाली स्थानीय लोगों द्वारा अवैध कब्जा किया गया है।
वक्फ संपत्ति पर हो रहा अतिक्रमण: टीएमसी सांसदराज्य वक्फ बोर्ड के सदस्य और जंगीपुर से तृणमूल कांग्रेस सांसद खलीलुर रहमान ने वक्फ संपत्तियों को लेकर एक अहम बयान दिया है। उन्होंने स्वीकार किया कि वक्फ की संपत्तियों पर लगातार अतिक्रमण हो रहा है, और इसमें उनकी पार्टी के कुछ नेताओं की भूमिका भी रही है। सांसद ने कहा कि राज्य सरकार और वक्फ बोर्ड मिलकर अतिक्रमण हटाने के प्रयास कर रहे हैं, लेकिन यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। स्थानीय इमामों और मुअज्जिमों के संगठन के एक पदाधिकारी ने बताया कि मुर्शिदाबाद में वक्फ की बड़ी संख्या में संपत्तियां मौजूद हैं, जिनमें से कई पर कब्जा हो चुका है। उनका आरोप है कि जो भी पार्टी सत्ता में रही है, उसने वक्फ संपत्तियों का दुरुपयोग किया है। उन्होंने मांग की कि राज्य सरकार को इन संपत्तियों को मुक्त कराकर उनका उचित रखरखाव सुनिश्चित करना चाहिए।
एक लाख एकड़ पर वक्फ की संपत्ति, सरकार की निष्क्रियता पर नाराजगीएक अन्य धार्मिक संगठन के प्रतिनिधि ने दावा किया कि मुर्शिदाबाद में वक्फ की करीब एक लाख एकड़ भूमि है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में ऐसी संपत्तियाँ हैं जिन पर वर्षों से कब्जा किया गया है, लेकिन सरकार उनकी वापसी के लिए ठोस कदम नहीं उठा रही। इससे समुदाय में असंतोष बढ़ता जा रहा है।
वक्फ की ज्यादातर संपत्ति पर तृणमूल के लोगों का कब्जा: जामिर मोल्लावहीं शमशेरगंज इमाम-मुअज्जिम संगठन के नेता नुरुल इस्लाम ने वक्फ की करोड़ों रुपये की संपत्तियों पर अवैध कब्जों को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि जो लोग मात्र 100-100 रुपये के मामूली किराए पर इन संपत्तियों पर रह रहे हैं, उन्हें चिन्हित कर कब्जा मुक्त किया जाना चाहिए। सीपीएम के जिला सचिव जामिर मोल्ला ने सीधे तौर पर तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वक्फ की अधिकांश संपत्तियों पर उसके ही नेताओं का कब्जा है। उन्होंने मांग की कि इन अतिक्रमणों को समाप्त करने के लिए सख्त कार्रवाई की जाए। बंगाल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने भी राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि बंगाल में वक्फ की करीब 1,48,200 संपत्तियां हैं, और तृणमूल के शासन में इन पर सबसे अधिक अवैध कब्जे हुए हैं।