दीवार पर अलग-अलग अंदाज में पोज देता रहा बाघ, लोग बनाते रहे वीडियो

पीलीभीत (उत्तरप्रदेश)। उत्तरप्रदेश के पीलीभीत में अक्सर बाघ बस्ती में घुस जाते हैं और आतंक फैल जाता है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक ताजा वीडियो में जो कुछ दिख रहा है उससे तो यही लग रहा है कि लोगों के दिलों से बाघ का डर निकल गया है और भीड़ को लेकर बाघ भी सहज नज़र आने लगे हैं। इस वीडियो में एक बाघ छत और दीवार पर घूमकर देर तक पोज देते नज़र आ रहा है। चारों तरफ मौजूद भीड़ लगातार अपने मोबाइल कैमरों के जरिए उसे वीडियो की शक्ल में कैद करने पर आमादा है। लोगों का कहना है कि बाघ करीब छह-सात घंटे तक रिहायशी इलाके में यूं ही घूमता रहा और लोग अलग-अलग एंगिल से उसका वीडियो बनाते रहे।

यह बाघ देर रात पीलीभीत के कलीनगर तहसील क्षेत्र के अटकोना में घुस आया था। लोगों की उस पर नज़र पड़ी तो एकबारगी होश उड़ गए। रात के करीब डेढ़-दो बज रहे थे। बाघ की सूचना जंगल में आग की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गई। लोग सतर्क हो गए। इसी बीच किसी ने वन विभाग को भी सूचना दे दी। इसके साथ ही रस्सी, तार और एक तरह के जाल से बाघ जिस एरिया में था उसे सील कर दिया गया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में बाघ दीवार पर आराम फरमाता नज़र आ रहा है। उसके चारों ओर गांववाले इक्ट्ठा हैं। हालांकि दीवार के चारों ओर बाड़ेबंदी भी की गई है। फिर भी बाघ का क्या है। यह साफ दिख रहा है कि वो हमला करना चाहे तो ये बाड़ेबंदी उसकी राह में बहुत बाधक नहीं बनेगी।

फिर भी लोग बेधड़क बाघ से डरे बिना चारों तरफ खड़े होकर उसका वीडियो बनाते रहे। करीब छह से सात घंटे बाघ यूं ही दीवार के ऊपर घूमता-टहलता रहा। वह कभी लेट जाता तो कभी इधर-उधर टहलने लगता। सुबह हुई तो मौके पर भीड़ और बढ़ने लगी। तमाम लोग घरों की छतों पर खड़े होकर बाघ का वीडियो बनाते नज़र आए। कुछ पुलिसवाले भी मौके पर मौजूद दिखे। मिली जानकारी के अनुसार वन विभाग की रेस्क्यू टीम बाघ को सुरक्षित पकड़ने में जुटी है। उसे यहां से निकालकर जंगल में छोड़ा जाएगा।

बताया जा रहा है कि वन विभाग की टीम बाघ को रेस्क्यू करने में जुट गई थी। करीब 12 घंटे बाद ट्रेंकुलाइज कर उसे सफलता पूर्वक रेस्क्यू कर लिया गया। लेकिन बाघ के आसपास लोगों का इस तरह से जुटना खतरनाक साबित हो सकता था। हालांकि, ये कोई पहला मौका नहीं है जब बाघ किसी गांव में घुस आया हो। पीलीभीत के गांवों में अक्सर बाघ दस्तक देते रहे हैं, जिसके चलते ग्रामीणों में दहशत फैल जाती है।

अटकोना गांव में बाघ को देखने के लिए आसपास क्षेत्र से सैकड़ों ग्रामीण मौके पर पहुंचे थे। वन विभाग के कर्मचारी और माधोटांडा पुलिस भी मुस्तैद दिखी। रिहायशी इलाकों में बढ़ती बाघ की चहलकदमी से लोग दहशत में नजर आए। गनीमत रही कि बिना किसी अनहोनी के बाघ को वन विभाग की टीम ने दीवार से उतार लिया।