चंडीगढ़। राजस्थान के सरिस्का नेशनल पार्क से चार साल का एक बाघ करीब 100 किलोमीटर की दूरी तय करके हरियाणा के रेवाड़ी जिले के झाबुआ रिजर्व फॉरेस्ट में घुस आया है। सीमा के पास के सभी गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। पिछले एक साल में हरियाणा में यह दूसरी ऐसी घटना है।
राजस्थान के सरिस्का बाघ अभयारण्य से एक ढाई साल का बाघ हरियाणा में घुस आया है और उसने अंतरराज्यीय सीमा पर पांच ग्रामीणों को घायल कर दिया है, जिससे रेवाड़ी क्षेत्र में दहशत फैल गई है।
सूत्रों ने संकेत दिया कि राजस्थान के कैरथल गांव में बाघ ने पांच लोगों पर हमला किया। शनिवार देर शाम इलाके में पगमार्क मिलने के बाद वन अधिकारियों ने नर बाघ की मौजूदगी की पुष्टि की है। राजस्थान की विशेष टीमें फिलहाल बाघ पर नजर रख रही हैं। पड़ोसी राज्य की करीब पांच टीमें झाबुआ, रेवाड़ी में काम कर रही हैं।
बताया जा रहा है कि बाघ झाबुआ आरक्षित वन क्षेत्र में है। अलर्ट जारी कर लोगों से इलाके में न निकलने को कहा गया है। किसानों से भी कहा गया है कि वे अपने खेतों में न जाएं और अगर उन्हें बाघ दिखाई दे या उसके पैरों के निशान दिखें तो अधिकारियों को सूचित करें। बाघ - एसटी-2303 - करीब 100 किलोमीटर की यात्रा करके रेवाड़ी जिले के झाबुआ आरक्षित वन में पहुंचा। यह दूसरी बार है जब यह बाघ इस इलाके में भटक कर आया है। इससे पहले यह इस साल जनवरी में रेवाड़ी में घुसा था, जब इसने यहां कुछ किसानों पर हमला किया था।
वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया, गांव वालों को अलर्ट कर दिया गया है। चूंकि जंगल घना है, इसलिए बाघ को ट्रैंकुलाइज करना और फंसाना मुश्किल है। इस बीच, हम इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि बाघ इलाके में किसी जानवर का शिकार करे। बाघ रास्ते से परिचित है और जनवरी में भी यहां आया था। उस समय वह हरियाणा में कुछ दिन रहने के बाद बिना ट्रैंकुलाइज किए ही अपने आप वापस लौट गया था। शुरुआत में राजस्थान के करणी माता और बल्ला किला इलाके उसके इलाके थे, लेकिन बाद में उसे दूसरे बाघ ने खदेड़ दिया।
राजस्थान वन्यजीव अधिकारियों ने बाघ का पता लगाने के लिए एक टीम भेजी है। टीम को पगमार्क तो मिले हैं, लेकिन वे बाघ को नहीं देख पाए हैं। सरिस्का के डीएफओ राजेंद्र हुड्डा के अनुसार, खड़ी फसलों, बारिश, अपरिचित इलाके और वन क्षेत्रों में पगचिह्नों की अनुपस्थिति के कारण खोज अभियान चुनौतीपूर्ण है।
हुड्डा ने द ट्रिब्यून से बात करते हुए कहा, हमारी टीम लगातार बाघ की गतिविधियों पर नज़र रख रही है। यह हरियाणा के झाबुआ में घुस आया है। हमें इसके पगमार्क मिले हैं, लेकिन हम बाघ का पता नहीं लगा पाए हैं। इस समय सबसे बड़ी बाधा झाबुआ में मोटरेबल ट्रैक की अनुपस्थिति है। टीम जंगल में आगे नहीं जा सकती। हम कैमरे लगा रहे हैं और इसे देखने और शांत करने के अवसर की प्रतीक्षा कर रहे हैं। राजस्थान के खैरथल गांव में बाघ ने पांच लोगों पर हमला किया है। यह हमला तब हुआ जब किसान चेतावनी के बावजूद बाघ को पकड़ने के
लिए अपने खेतों में घुस गए। सूत्रों ने यह भी बताया कि नर बाघ एसटी-2303 अपने पिता एसटी-18 द्वारा खदेड़े जाने के बाद रिजर्व से बाहर निकलकर हरियाणा पहुंच गया था।