भरे बाजार में की गई महिला के अपहरण की कोशिश, चिल्लाती रही मदद के लिए, ई-मित्र संचालक के विरोध पर भागे बदमाश

देखा जाता हैं कि लोग कुछ भी गलत होने पर दोषारोपण करना शुरू कर देते हैं फिर चाहे शासन हो या पुलिस। लेकिन समाज का हिस्सा होते हुए लोगों की भी कुछ जिम्मेदारी बनती हैं। एक शर्मसार करने वाला नजारा सामने आया भरतपुर में जहां भरे बाजार में महिला के अपहरण की कोशिश की गई। महिला मदद को चिल्लाती रही लेकिन कोई कोई आगे नहीं आया। फिर एक दुकानदार ने हिम्मत दिखाई तो बदमाश भाग गए।

राजस्थान के धौलपुर जिले के बाड़ी कस्बे में रविवार को एक महिला घर से निकली। इस बीच एक जीप उसके पास रुकती है और उसमें से दो लोग उतरकर महिला को उठाने की कोशिश करते हैं। इस बीच वहां तमाशा देखने वालों की भीड़ जमा हो गई। महिला मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन कोई आगे नहीं आया। पास में ई-मित्र सेंटर चलाने वाले व्यक्ति ने यह सब देखा तो वह आगे आया और आरोपियों का विरोध करने लगा। ई-मित्र संचालक ने पुलिस बुलाने की बात कही तो तो आरोपी वहां से भाग गए।

मामला दर्ज कराने के लिए पीड़ित को 5 घंटे थाने में बैठना पड़ा

घटना एक दुकान के बाहर लगे CCTV में कैद हो गई। इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है। पुलिस ने घटना के करीब 5 घंटे बाद केस दर्ज किया। वजह बताई कि एसपी मीटिंग ले रहे थे, इसलिए देरी हो गई।

महिला का आरोप- ससुराल वाले परेशान करते हैं

पीड़ित भूरी ने बताया कि उसकी शादी 12 साल पहले जगनेर कस्बे के गांव रछुआ में साहब सिंह के साथ हुई थी। उसके पति के भाभी से अवैध संबंध थे। इसलिए उसने ससुराल छोड़ दिया और पिछले 6 साल से पिता के मिले प्लॉट में मकान बनाकर तीन बच्चों के साथ रह रही है। वह बाड़ी कस्बे के एक निजी नर्सिंग होम में काम करती है। महिला का कहना है कि ससुराल वाले उसे आए दिन परेशान करते हैं।

पीड़ित ने बताया कि उसने पहले भी पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके चलते आरोपियों की हिम्मत बढ़ गई। यही वजह है कि उसके अपहरण की कोशिश हुई। पीड़ित ने अपने नंदोई और उसके 5 साथियों पर अपहरण की कोशिश का केस दर्ज करवाया है।