भरतपुर : इलाज के दौरान झपक गई पलक तो महिला डॉक्टर ने मरीज की आंख पर मारे कई घूंसे

भरतपुर के सांतरुक गांव में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया जहां एक महिला डॉक्टर की निर्ममता देखने को मिली और उसने मरीज को पीटकर अस्पताल से बाहर निकलवा दिया। मरीज की सिर्फ इतनी गलती थी की इलाज के दौरान उसकी पलाह झपक गई। हीर क्या था महिला डॉक्टर में मरीज गोविंद सिंह की आंखों पर कई घूसे मार दिए और पर्चा फेंककर अस्पताल से बाहर निकलवा दिया।

इस संबंध में पीड़ित ने मथुरा गेट में डॉक्टर निर्मला सिंह के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया है। वहीं, डॉक्टर निर्मला ने रोगी के साथ मारपीट के आरोपों को गलत बताया है। उनका कहना है कि रोगी गोविंद सिंह मेरे परिचित बैंक मैनेजर के माध्यम से आंख दिखाने आया था। चूंकि वह जांच में प्रॉपर सहयोग नहीं कर रहा था। इसलिए बिना फीस लिए उसे वापस लौटा दिया था।

रविवार को यह घटना शहर के विनायक अस्पताल की बताई जा रही है। एफआईआर के मुताबिक ग्राइंडर से पत्थर घिसाई का काम करते वक्त गोविंद सिंह की आंख में कंकड़ चला गया था। इसीलिए वह रविवार को इलाज के लिए विनायक हॉस्पिटल आया था। रजिस्ट्रेशन कराने के बाद वह डॉ। निर्मला सिंह से आंख का इलाज कराने लगा। मैडम ने कहा कि आपकी आंख में पत्थर का टुकडा है। उसे निकालना पड़ेगा। हिलना मत। लेकिन, आंख में बहुत तेज दर्द था। जैसे ही डाक्टर मैडम आंख से टुकडा निकालने लगीं, तभी पलक झपक गई। इसी बात पर डाक्टर भड़क गई और मेरे मुंह पर 4-5 घूंसे मार दिए। एक घूंसा मेरी आंख पर भी लगा। उन्होंने मुझे कमरे से बाहर निकाल दिया। मेरा पर्चा फेंककर अस्पताल से भगा दिया। मुझे सत्यवीर और लालाराम ने मुझे संभाला।