राजस्थान : जिस कमरे में तिजोरी चोरों ने उसी कमरे का तोडा ताला, न फुट प्रिंट न ही फिंगर प्रिंट

चोरी की घटनाओं में पुलिस सबूत तलाशती हैं और फुट प्रिंट और फिंगर प्रिंट भी ढूंढती हैं। लेकिन श्रीगंगानगर के नेतेवाला में ऐसी चोरी हुई जहां चोरों ने न फुट प्रिंट न ही फिंगर प्रिंट छोड़े। घटना को मंगलवार रात काे अज्ञात चाेराें द्वारा अंजाम दिया गया। वारदात का रात काे ही पीड़ित काे चल गया था। इस पर सूचना देने पर चूनावढ़ पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने परिवार के सदस्याें से जानकारी लेकर घटनास्थल का निरीक्षण किया।रात काे इलाके में थानाें की गश्ती माेबाइल गाड़ियाें काे इस घटना के बारे में सूचना दी गई। लेकिन बुधवार शाम तक इस घटना के आराेपियाें के बारे में काेई विशेष सफलता हाथ नहीं लगी थी।

हालांकि यह चाेरी कीमती सामान के रखे हाेने के किसी जानकार द्वारा ही की गई है। चूनावढ़ थानाधिकारी परमेश्वर सुथार ने बताया कि मकान मालिक राजपाल दुगेसर की रिपाेर्ट पर अज्ञात चाेराें पर मुकदमा दर्ज किया गया है। परिवादी ने रिपाेर्ट में बताया है कि उसके घर में कमरे का व तिजाेरी का ताला ताेड़कर साेने की मटर माला, अंगूठी और एक कड़ा व दाे चूड़ियां अज्ञात चाेर चुराकर ले गए हैं। इनका अनुमानित वजन करीब 15 ताेला बताया गया है। चाेरी किए गए गहनाें की कीमत करीब 7.50 लाख रुपए बताई जा रही है। एसएचओ सुथार ने बताया कि घटना की गहनता से जांच की जा रही है। फिलहाल इस संबंध में कुछ भी नहीं कहा जा सकता।

बुधवार काे सीओ ग्रामीण ओमप्रकाश चाैधरी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।चाेरी बड़ी है इसलिए माैके से सबूत जुटाने काे पुलिस ने जिला मुख्यालय से एमओबी, एफएसएल और डाॅग स्क्वाॅड काे साक्ष्य जुटाने काे बुलाया। एमओबी प्रभारी एएसआई जगपालसिंह, हवलदार महेंद्रकुमार, फाेरेंसिक माेबाइल यूनिट प्रभारी डाॅ. लाेकेश शर्मा व डाॅग स्क्वाॅड प्रभारी माैके पर पहुंचे। तीन घंटे कड़ी मेहनत की लेकिन माैके से न फुट प्रिंट मिले न ही फिंगर प्रिंट मिले हैं।1. घटना घर के किसी जानकार द्वारा की गई है।

क्याेंकि आराेपी काे पता था कि नई काेठी में लाेग साेते हैं और पुराने कमराें में कीमती सामान पड़ा है। उसने पुराने कमरे के लगे ताले काे ही ताेड़ा।2. आराेपी काे यह भी पता था कि कीमती सामान तिजाेरी में हाेता है। इसलिए आराेपी ने संदूक के अंदर रखी उसी तिजाेरी काे बाहर निकाला। उसमें से सारा कीमती सामान बटाेरकर गायब हाे गए।3. आराेपी काे इस तिजाेरी की चाबी का भी पता था कि मकान मालिक इसे कमरे में कहां छिपाकर रखता है। क्याेंकि आराेपी ने तिजाेरी काे ताेड़ा नहीं बल्कि उसकी चाबी से खाेलकर गहने निकाले। शक के 3 कारण जो पुख्ता करते हैं कि आरोपी घर का ही भेदी हो सकता है।