यूरोप के एक पत्रकार ने 15 वर्षीय लड़की बनकर ब्लू व्हेल गेम खेला। उससे पहले वह गेम के एडमिनिस्ट्रेटर से संपर्क में आया। उसी एडमिनिस्ट्रेटर ने उसे पहला टास्क दिया गया, जिसमें उसे अपने आप को नुकसान पहुंचाना था।
प्लेयर और एडमिनिस्ट्रेटर की बातचीत : प्लेयर - मैं ये गेम खेलना चाहता हूं।
एडमिनिस्ट्रेटर - पक्का? अब वापसी का कोई रास्ता नहीं।
प्लेयर - अच्छा वैसे “वापसी का कोई रास्ता नहीं।” का मतलब ?
एडमिनिस्ट्रेटर - एक बार गेम शुरु होने पर तुम बीच में नहीं छोड़ सकते।
प्लेयर - मैं तैयार हूं।
एडमिनिस्ट्रेटर - सारे टास्क लगन से करना और किसी से इस बारे में कुछ नहीं बताना। टास्क पूरा करते ही तुम मुझे फोटो भेजोगे और गेम के खत्म होते ही तुम मर जाओगे। तुम तैयार हो।
प्लेयर - अगर मैं गेम से बाहर जाना चाहूं?
एडमिनिस्ट्रेटर - मेरे पास तुम्हारी सारी जानकारी है, हम तुम्हारे पीछे आएंगे।
इसके बाद उस पत्रकार को अपने हाथों पर गेम का हैशटैग "
एफ58" गोदने के लिए कहा गया। पत्रकार ने एडमिनिस्ट्रेटर को बेवकूफ बनाकर एक नकली फोटो अच्छे से एडिट करके भेजी।
लेकिन एडमिनिस्ट्रेटर उसके झांसे में नहीं आया, जिसके बाद उसने जवाब देने बंद कर दिए।