कंप्यूटर अनुदेशकों की संविदा भर्ती को राजस्थान सरकार ने फैसला बदलते हुए किया स्थायी

राजस्थान में कंप्यूटर अनुदेशक के 10 हजार से ज्यादा पदों पर संविदा भर्ती की जानी थी जिस फैसले को बदलकर राजस्थान सरकार ने स्थायी नियुक्ति में तब्दील किया हैं। पिछले सप्ताह बेरोजगार अभ्यर्थियों ने लखनऊ के प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रियंका गांधी से मुलाकात करके उन्हें ज्ञापन दिया था। बेरोजगारों ने राजस्थान में कंप्यूटर अनुदेशकों की संविदा की जगह स्थायी भर्ती करवाने के लिए राजस्थान सरकार को निर्देश देने के लिए प्रियंका गांधी से मांग की थी। प्रियंका गांधी से बेरोजगारों की मुलाकात के बाद अब राजस्थान सरकार ने स्थायी भर्ती का फैसला किया है। कंप्यूटर अनुदेशकों की संविदा भर्ती की जगह स्थायी भर्ती करने की मांग को लेकर बेरोजगार अभ्यर्थियों ने लंबा आंदोलन किया। बेरोजगार कंप्यूटर शिक्षकों ने पहले वर्चुअल आंदोलन किया।

पहले सरकार ने संविदा भर्ती की घोषणा की थी, जिसका बेरोजगार अभ्यर्थियों ने जमकर विरोध किया था। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर अनुदेशकों की स्थायी भर्ती का फैसला किया गया। कंप्यूटर अनुदेशक के कैडर में 10 हजार से ज्यादा पदों के गठन को पहले मंजूरी दी जा चुकी है। पहले इन्हें संविदा से भरने का तय हुआ था। अब स्थायी भर्ती होगी। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि कंप्यूटर शिक्षक करने से कानून में दिक्कत आ रही थी। इस वजह से कंप्यूटर अनुदेशक की भर्ती का फैसला पहले संविदा आधार पर किया था। कुछ अभ्यर्थियों को शंका थी कि उन्हें बाद में स्थायी नहीं किया जाएगा। इसलिए कैबिनेट ने स्थायी आधार पर ही भर्ती करने का फैसला किया है।