ऑक्सीजन डिमांड विवाद में ट्विस्ट! डॉ गुलेरिया बोले - दिल्ली ने 4 गुना डिमांड की, ये कहना जल्दबाजी

दिल्ली सरकार ने कोरोना संकट के पीक पर जरूरत से 4 गुना ज्यादा ऑक्सीजन की डिमांड की। इससे 12 राज्यों की सप्लाई पर असर पड़ा। सुप्रीम कोर्ट की एक पैनल ने शुक्रवार को अपनी अंतरिम रिपोर्ट पेश की जिसमें यह बात कही गई। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद से दिल्ली सरकार (Delhi Government) और विपक्षी पार्टी बीजेपी के बीच बहस छिड़ी हुई है। विपक्ष ने दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि अंतरिम रिपोर्ट में केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) पर ऑक्सीजन की डिमांड 4 गुना बढ़ाकर बताई गई, लेकिन अब ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी के सदस्य और एम्स के डॉ. रणदीप गुलेरिया ने विवाद को शांत करने की कोशिश की।

एम्स डायरेक्टर डॉक्टर गुलेरिया ने मीडिया को दिए बयान में कहा है कि मुझे नहीं लगता कि ऐसा कह सकते हैं कि दिल्ली ने अपनी ऑक्सीजन डिमांड 4 गुना बढ़ाकर बताई है। डॉक्टर गुलेरिया के मीडिया को दिए गए इस बयान के बाद अब यह सवाल खड़े हो गए हैं कि आखिर विपक्ष ने बिना अंतरिम रिपोर्ट को कोर्ट में सबमिट कराये जाने से पहले इस तरह का बवाल क्यों मचाया?

NDTV के मुताबिक, उन्होंने कहा कि अब तक फाइनल रिपोर्ट नहीं आई है। ऐसे यह कहना जल्दबाजी होगी कि दिल्ली ने सेकंड वेव के पीक के वक्त जरूरी ऑक्सीजन की डिमांड को चार गुना बढ़ाकर बताया। उन्होंने कहा कि मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है, ऐसे में हमें जजमेंट का इंतजार करना चाहिए।

बताते चलें कि दिल्ली ऑक्सीजन ऑडिट रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट कमेटी की ओर से कोर्ट में अभी यह रिपोर्ट जमा नहीं कराई गई है। इस मामले पर अगली सुनवाई 30 जून को होनी है।

बीते दिन सामने आई अंतरिम रिपोर्ट

इससे पहले शुक्रवार को पैनल द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया था कि 25 अप्रैल से 10 मई के बीच दिल्ली सरकार ने दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की जरूरत को बढ़ा-चढ़ा कर बताया। जिसकी वजह से देश के 12 राज्यों में ऑक्सीजन की किल्लत पैदा हो गई थी। इतना ही नहीं, ऑडिट में दिल्ली के कुछ अस्पतालों में निगेटिव खपत भी पाई गई। देश में ऑक्सीजन वितरण प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 8 मई को 12 सदस्यीय स्पेशल ऑडिट पैनल बनाया था। पैनल ने 126 पेज की अंतरिम रिपोर्ट में बताया कि उन्हें पेट्रोलियम एंड ऑक्सीजन सेफ्टी आर्गनाइजेशन ने बताया है कि दिल्ली के पास 25 अप्रैल से 10 मई के बीच सरप्लस ऑक्सीजन थी। दिल्ली को 289 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत थी, लेकिन उसने 1140 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत बताई, जो 4 गुना अधिक थी।

BJP ने इस रिपोर्ट का हवाला देकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आपराधिक लापरवाही का आरोप लगाया। BJP प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि अपराध की गंभीरता का अनुमान लगाएं। यह केजरीवाल का जघन्य अपराध है।

केजरीवाल ने अपने पक्ष में कही ये बात

उधर, विपक्ष की ओर से ऑक्सीजन ऑडिट रिपोर्ट पर लगाए गए गंभीर आरोपों पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर अपना पक्ष रखा था। सीएम केजरीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा, 'मेरा गुनाह-मैं अपने 2 करोड़ लोगों की सांसों के लिए लड़ा। जब आप चुनावी रैली कर रहे थे, मैं रात भर जग कर Oxygen का इंतज़ाम कर रहा था। लोगों को ऑक्सिजन दिलाने के लिए मैं लड़ा, गिड़गिड़ाया। लोगों ने ऑक्सिजन की कमी से अपनों को खोया है। उन्हें झूठा मत कहिए, उन्हें बहुत बुरा लग रहा है।'