उदयपुर : दंपती ने गढ़ी शमशान में दफना चुके मृत शिशु के अपहरण की कहानी, परिजनों काे फंसाया

उदयपुर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया जिसका हिरणमगरी थाना पुलिस द्वारा पर्दाफाश करते हुए बताया गया कि दंपती ने शमशान में दफना चुके मृत शिशु के अपहरण की कहानी गढ़ी थी और इसमें परिजनों काे फंसाया गया। एक दंपती ने 15 दिन पूर्व मर चुके अपने नवजात को दफनाने के बाद उसके अपहरण की कहानी तैयार की और अपने ही परिजनों काे फंसा दिया। पुलिस ने मामले की तह तक जाने के लिए नवजात के दफन हुए शव को बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम करवाया तो कहानी कुछ और ही निकली। नवजात की मौत बीमारियों की वजह से अस्पताल में ही हो गई थी और दंपती ने ही उसे दफनाया था।

पुलिस ने मुताबिक ताणा, आकोला हाल उमरड़ा निवासी भारती और लोकेश खटीक ने परिजनों की मर्जी के खिलाफ शादी की थी। इससे दोनों परिवार से दूर रहने लगे। पिछले महीने भारती ने शिशु को जन्म दिया, जिसकी उपचार के दौरान 5 मार्च को मौत हो गई। जिसके बाद उसके शव को श्मशान में दफना दिया। इसी बीच इनके परिवार के ही एक युवक-युवती भाग गए थे। उन्हें पनाह देने की आशंका जताते हुए परिजन भारती और लोकेश के घर जा धमके।

बड़ी संख्या में परिजनों के देखकर लोकेश भाग निकला। भारती ने रिश्तेदार शंकरलाल खटीक, कैलाश, विनोद, प्रहलाद, किशन, जसौदा, रेखा, गीता, चंदा और राजू के खिलाफ मामला दर्ज करवा कि घर आए लोगों ने उसके एक माह के बच्चे और जेठानी के आठ माह के बच्चे का अपहरण कर लिया है। इस संदेहास्पद मामले में पुलिस ने भारती और लोकेश से सख्ती से पूछताछ की तो सामने आया कि जिस नवजात के अपहरण की दास्तां दर्ज कराई गई, उसकी मौत ताे 15 दिन पहले अस्पताल में हो चुकी थी। पुलिस ने अशोक नगर श्मशान से शव निकलवाया और पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंपा।