राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के जेल जाने के बाद उनके परिवार ने नीतीश के खिलाफ आक्रामक रवैया अपना रखा है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनके खाने में जहर मिलाने की कोशिश की गई। साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए फोन टैपिंग और जासूसी का भी आरोप लगाया। तेजस्वी यादव ने गुरुवार को ट्वीट कर यह गंभीर बयान दिया। तेजस्वी के इस आरोप के बाद बिहार में एक बार फिर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है।
गौरतलब है कि इससे पहले तेजस्वी के भाई और आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव ने कहा था कि उन्होंने पिछले सप्ताह अपना सरकारी आवास छोड़ दिया क्योंकि नीतीश कुमार ने उन्हें भगाने के लिए यहां भूत छोड़ दिया था। जिसके बाद तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया कि ‘फोन टैपिंग के बाद अब सर्किट हाउस में मेरे ठहरने से लेकर, खाने-पीने की चीज़ों में नशीले और विषैले पदार्थ मिलाने की कोशिश के साथ-साथ सभास्थल तक पीछा कर जासूसी करवाई जा रही है। छवि बिगाड़ने और जानमाल का नुकसान पहुंचाने का कुचक्र रचा जा रहा है।’
तेजस्वी यादव के नीतीश कुमार पर हमले का सत्तारूढ़ जेडीयू ने भी पलटवार किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जेडीयू ने इसे तेजस्वी की घटती लोकप्रियता के चलते और चुनाव हारने का अंदाजा लगने के कारण बहानेबाजी बताया है। तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव के नीतीश कुमार गंभीर आरोपों के बाद बिहार की राजनीति एक अगल स्तर पर पहुंच गई है।