राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव ने सीबीआई के आला अफसर पर लगे आरोपों के बीच बुधवार को बीजेपी पर निशाना साधा। तेजस्वी ने ट्वीट में सीबीआई का कई तरह से नामकरण किया।
तेजस्वी ने कहा, 'सेंट्रल बीजेपी इनट्रूडर्स (CBI) ने करप्ट ब्रोकर्स ऑफ इंडिया (CBI) को बचाने के लिए अपने क्रूक्ड ब्यूरोक्रेट्स ऑफ इनकंपीटेंस (CBI) से क्रिमिनल बार्टर इनटेरोगेशन (CBI) के जरिए केज्ड ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) को हथिया लिया।'
वहीं, लालू यादव ने भी मामले में किसी का नाम लिए बिना कहा कि रात के 2 बजे घुप्प काले घने अंधेरे में संविधान के साथ खेला हो रहा है। बाबा साहेब के संविधान पर बुरी नजर रखने वालो, जनता तुम्हारा भला नहीं करेगी।बता दें कि इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीबीआई विवाद पर टिप्पणी की और इसे राफेल विमान डील से जोड़ते हुए मोदी सरकार की आलोचना की। राहुल ने कहा कि सीबीआई डायरेक्टर को इसलिए हटाया गया है क्योंकि उन्होंने राफेल पर सवाल उठाए थे।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया, 'कल रात चौकीदार ने सीबीआई के डायरेक्टर को हटाया क्योंकि सीबीआई के डायरेक्टर ने राफेल पर सवाल उठाए थे।'
राहुल ने इस मसले पर ट्वीट भी किए। उन्होंने लिखा, 'पीएम ने सीबीआई निदेशक को राफेल की जांच से रोकने के लिए हटाया। मि. 56 ने कानून तोड़ा, जब उन्होंने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया और नेता प्रतिपक्ष को बाइपास किया। मि. मोदी, राफेल बेहतरीन रडार से लैस एक खतरनाक विमान है। आप इससे भाग सकते हैं, लेकिन छिप नहीं सकते।'
इससे पहले उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा, 'सीबीआई चीफ आलोक वर्मा राफेल घोटाले के कागजात इकट्ठा कर रहे थे। उन्हें जबरदस्ती छुट्टी पर भेज दिया गया। प्रधानमंत्री का मैसेज एकदम साफ है जो भी राफेल के इर्द गिर्द आएगा, हटा दिया जाएगा, मिटा दिया जाएगा। देश और संविधान खतरे में हैं।