दानिश सिद्दीकी की मौत पर तालिबान ने जताया दुख, कहा – हत्या कैसे हुई हम नहीं जानते

अफगानिस्तान (Afghanistan) में हुई भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीकी (Danish Siddiqui) की मौत पर तालिबान ने कहा है कि इस घटना में उनकी कोई भूमिका नहीं है। तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीकी की हत्या कैसे हुई है हम नहीं जानते है। CNN-News18 से खास बातचीत में मुजाहिद ने कहा, 'हमें इस बात की जानकारी नहीं है कि किसकी गोलीबारी में पत्रकार की मौत हुई। युद्ध क्षेत्र में प्रवेश कर रहे किसी भी पत्रकार को हमें सूचित करना चाहिए। हम उस व्यक्ति का खास ध्यान रखेंगे।'

सिद्दीकी की मौत पर दुख जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, 'हमें भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीकी की मौत के लिए खेद है।' साथ ही मुजाहिद ने बताया, 'हमें दुख है कि पत्रकार बगैर हमें जानकारी दिए युद्ध क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं।'

न्‍यूज एजेंसी रॉयटर के लिए काम कर रहे भारतीय फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी (Danish Siddiqui) की अफगानिस्तान में लड़ाई की कवरेज करने के दौरान हत्या कर दी गई। घटना के वक्त वह अफगान बलों और तालिबान के आतंकवादियों के बीच कंधार में हो रही भीषण लड़ाई की कवरेज कर रहे थे। पुलित्जर पुरस्कार विजेता सिद्दीकी की उम्र 40 से 45 वर्ष के बीच थी। सिद्दीकी मुंबई के रहने वाले थे। सिद्दीकी के पार्थिव शरीर को स्थानीय समयानुसार शाम करीब 5 बजे इंटरनेशनल कमेटी ऑफ द रेड क्रॉस को (ICRC) सौंप दिया गया है।

‘टोलो न्यूज’ ने बताया कि कंधार के स्पिन बोलदाक जिले में झड़पों के दौरान वह मारे गए। वह बीते कुछ दिनों से कंधार में हालात की कवरेज कर रहे थे। तालिबान ने इस हफ्ते कंधार के स्पिन बोलदाक जिले पर कब्जा कर लिया है। बीते कुछ दिनों से यहां पर भीषण लड़ाई चल रही है। देश से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बीच सरकार और तालिबान लड़ाकों के बीच लड़ाई तेज हो गई है।

रॉयटर्स के अध्यक्ष माइकल फ्रीडेनबर्ग और एडिटर-इन-चीफ एलेसेंड्रा गैलोनी ने एक बयान में कहा कि दानिश एक उत्कृष्ट पत्रकार, एक समर्पित पति और पिता और एक बहुत प्यार करने वाले सहयोगी थे। इस भयानक समय में हमारी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।