कोवैक्स कार्यक्रम के तहत स्वीडन देगा भारत को देगा 10 लाख एस्ट्राजेनेका वैक्सीन

कोरोना से पूरी दुनिया जूझ रही हैं जहां संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा हैं। ऐसे में वैक्सीनेशन के अभियान को भी तेजी से चलाया जा रहा हैं ताकि संक्रमण पर काबू किया जा सकें। भारत में संक्रमण बहुत तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा हैं। इस संकट की घड़ी में भारत को दूसरे देशों से मदद मिल रही हैं। अब संयुक्त राष्ट्र के कोवैक्स कार्यक्रम के तहत स्वीडन भारत को 10 लाख एस्ट्राजेनेका वैक्सीन देने जा रहा हैं। इस कार्यक्रम में विभिन्न देशों को कोरोना रोधी वैक्सीन दी जाती है। स्वीडिश ब्रॉडकास्टर एसवीटी पर स्वीडन के अंतरराष्ट्रीय विकास सहयोग मंत्री पेर ओल्सन फ्रिड ने सोमवार को इसकी घोषणा की।

उन्होंने कहा कि हम देख रहे हैं कि कैसे महामारी पूरे विश्व में फैल रही है। लोग मर रहे हैं। गरीबी बढ़ रही है और बच्चे अब भी स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। हमें हर वह काम करना होगा, जिससे हम पूरे विश्व में महामारी का सामना कर सकें। भारत को एस्ट्राजेनेका वैक्सीन देने से स्वीडन के टीकाकरण पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि देश में सिर्फ 65 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोगों को टीके लगाए जा रहे हैं।

स्वीडन के वैक्सीन समन्वयक रिचर्ड बेग्रस्टॉर्म ने कहा कि देश में वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक है, जिसे वह दूसरे देशों को दे सकता है। यह तो सिर्फ 10 लाख वैक्सीन देने की बात है। असल में हमारे पास 40-50 लाख वैक्सीन और हैं, जिन्हें हम बाद में दे सकते हैं।