लोकसभा चुनाव 2019 में सबसे बड़े दल के रूप में उभरेगी एनडीए, मगर सत्‍ता रहेगी दूर: सर्वे

लोकसभा चुनाव से पहले अलग-अलग सर्वे के आने का सिलसिला जारी है। टाइम्‍स नाऊ और सर्वे एजेंसी वीपीएम के ओपिनियन पोल में कहा गया है कि आगामी आम चुनावों में बीजेपी के नेतृत्‍व वाला एनडीए सबसे बड़े दल के रूप में उभरेगा लेकिन उसे पूर्ण बहुमत नहीं मिलेगा। वहीं कांग्रेस नेतृत्‍व वाले यूपीए की हालत अबकी बार भी खराब ही रहेगी। अनुमान लगाया गया है कि एनडीए को 252 सीटें मिलेंगी जबकि यूपीए को 147 सीटें मिलेंगी। वहीं क्षेत्रीय और बाकी राष्‍ट्रीय पार्टियों को 144 सीट मिल सकती है। 543 सदस्‍यों वाली लोकसभा में बीजेपी ने 2014 ने बहुमत के लिए जरूरी 272 से 10 सीट ज्‍यादा 282 पर जीत हासिल की थी। इस तरह से उसके गठबंधन को कुल 336 सीटें मिली थी।

ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बीजेपी को फायदा

सर्वे में कहा गया है कि बीजेपी को ओडिशा और पश्चिम बंगाल में काफी फायदा होगा। इसके तहत बंगाल में बीजेपी को नौ और ओडिशा में 13 सीटें मिल सकती है। पार्टी ने इन दोनों राज्‍यों में पूरा जोर लगा रखा है। 2014 में बीजेपी को बंगाल में दो और ओडिशा में एक सीट मिली थी।

गुजरात और महाराष्‍ट्र में बीजेपी का पलड़ा भारी

सर्वे का अनुमान है कि गुजरात और महाराष्‍ट्र में बीजेपी का पलड़ा भारी रहेगा। महाराष्‍ट्र में उसे शिवसेना के साथ 48 में से 43 और गुजरात में 26 में 24 सीट मिल सकती है। पिछली बार गुजरात में बीजेपी ने सभी 26 सीटें जीती थी।

उत्‍तर प्रदेश में बीजेपी को लगेगा झटका

उत्‍तर प्रदेश में बीजेपी को तगड़ा झटका लग सकता है। यहां पर भाजपा नीत एनडीए को केवल 27 सीट से संतोष करना पड़ सकता है। सपा और बसपा का गठबंधन बीजेपी को बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है। यह गठबंधन 51 सीट जीत सकता है। 2014 में बीजेपी ने यूपी में 71 सीट जीती थी।

मध्‍य प्रदेश, राजस्‍थान और छत्‍तीसगढ़ में बीजेपी को नुकसान

सर्वे में कहा गया है कि मध्‍य प्रदेश, राजस्‍थान और छत्‍तीसगढ़ में बीजेपी को सीटों का नुकसान होगा लेकिन सबसे बड़ी पार्टी बनकर वही उभरेगी। राजस्‍थान में उसे 25 में से 17, एमपी में 29 में से 23 और छत्‍तीसगढ़ में 11 में से पांच सीट मिल सकती है। बिहार में भी महागठबंधन एनडीए को झटका दे सकता है। यहां पर एनडीए को 25 जबकि राजद, कांग्रेस और रालोसपा के महागठबंधन को 15 सीट मिल सकती है।

सर्वे में अनुमान लगाया गया है कि नागरिकता बिल के बावजूद एनडीए को पूर्वोत्‍तर में फायदा होगा। यहां की कुल 25 में से 17 सीटें उसके खाते में जा सकती है।

दक्षिण भारत के राज्‍यों में बीजेपी के लिए अच्‍छी खबर नहीं है। यहां पर कांग्रेस और अन्‍य स्‍थानीय दलों का पलड़ा भारी रहेगा। सर्वे में बताया गया है कि तमिलनाडु में कांग्रेस और डीएमके मिलकर 39 में से 35 सीट जीत सकते हैं। केरल में बीजेपी अपना खाता खोल सकती है लेकिन कांग्रेस नेतृत्व वाला एलडीएफ गठबंधन 16 सीटों के साथ सबसे आगे रहेगा।

कर्नाटक में मुकाबला बराबरी का रह सकता है। वहीं आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी को झटका लग सकता है। वाईएसआर कांग्रेस यहां बाजी मार सकती है। तेलंगाना में टीआरएस का दबदबा रहने की संभावना जताई गई है।