नई दिल्ली। कई मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया था कि केरल के भाजपा सांसद सुरेश गोपी पद से मुक्त होना चाहते हैं और त्रिशूर निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के लिए सांसद के रूप में काम करना चाहते हैं, अभिनेता से राजनेता बने गोपी ने एक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि मोदी मंत्रिमंडल से उनके इस्तीफे की खबरें 'पूरी तरह से गलत' हैं।
एक्स पोस्ट में गोपी ने कहा कि मोदी सरकार के मंत्रिपरिषद में शामिल होना और केरल के लोगों का प्रतिनिधित्व करना उनके लिए गर्व की बात है।
अपने बयान पर सफाई देते हुए गोपी ने एक्स से कहा, कुछ मीडिया प्लेटफॉर्म गलत खबर फैला रहे हैं कि मैं मोदी सरकार के मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देने जा रहा हूं। यह पूरी तरह गलत है।
अपने फेसबुक पेज पर मोदी के साथ अपनी तस्वीर लगाते हुए गोपी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हम केरल के विकास और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इससे पहले कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि रविवार को मोदी सरकार 3.0 में राज्य मंत्री (MoS) के रूप में शपथ लेने वाले भाजपा सांसद जल्द ही पद छोड़ देंगे, क्योंकि उन्होंने फिल्मों से जुड़ी अपनी पूर्व पेशेवर प्रतिबद्धताओं का हवाला दिया था। यह घटनाक्रम मोदी सरकार 3.0 में केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ लेने के ठीक एक दिन बाद हुआ।
वे तब राजनीतिक 'हीरो' बन गए जब उन्होंने भाजपा के टिकट पर त्रिशूर सीट जीतकर राजनीति जगत को चौंका दिया और केरल में भगवा पार्टी के लिए इतिहास रच दिया। दूसरे शब्दों में, केरल में भगवा पार्टी का दशकों पुराना संघर्ष - एक ऐसा राज्य जो ऐतिहासिक रूप से वामपंथियों और कांग्रेस के वर्चस्व वाला है - और जनसंघ के दिनों से कई चुनौतियों से घिरा हुआ है, आखिरकार गोपी के माध्यम से 2024 के लोकसभा चुनावों में फलित हुआ।
एक्शन और ड्रामा फिल्मों में अपने 'बड़े पैमाने' पर अभिनय के लिए जाने जाने वाले गोपी के लगभग एक दशक के प्रयासों ने उन्हें लगभग 75,000 मतों के भारी अंतर से त्रिशूर के मध्य केरल निर्वाचन क्षेत्र को जीतकर भाजपा के लंबे समय के सपने को वास्तविकता में बदलने में मदद की।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता की त्रिशूर लोकसभा सीट से जीत से आम कार्यकर्ता और भाजपा के शीर्ष नेता खुश हैं। त्रिशूर में लोकसभा चुनाव के लिए त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला, जिसमें कांग्रेस, भाजपा और सीपीआई के प्रमुख उम्मीदवारों के बीच कड़ी टक्कर रही।
सुरेश गोपी के अलावा केरल भाजपा के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने भी ऐसी खबरों को खारिज किया है। उन्होंने सोमवार को मीडिया से कहा कि सुरेश गोपी के मंत्री पद छोड़ने की खबरें फर्जी हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें चलाई गईं
कि सुरेश गोपी कैबिनेट मिनिस्टर बनना चाहते हैं और इसके चलते रिजाइन कर रहे हैं। ये खबरें आधारहीन हैं। गौरतलब है कि सुरेश गोपी लंबे समय से अभिनय की दुनिया में हैं। उनकी जीत ने भाजपा की उम्मीदों को पंख लगा दिए हैं, जो दशकों से केरल में एंट्री की कोशिश कर रही है। वह त्रिशूर में सीपीआई के कैंडिडेट को 7000 से ज्यादा वोटों से हराकर सांसद बने हैं।