हार के बाद सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी ने दिया इस्तीफा, राज्यपाल ने स्वीकार किया

जयपुर। करणपुर विधानसभा क्षेत्र के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रुपिन्दर सिंह उर्फ रूबी कुन्नर ने भाजपा प्रत्याशी और हाल ही में मंत्री बनाए गए सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी को हरा दिया है। कुन्नर ने भाजपा प्रत्याशी और राज्यमंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को 11 हजार 283 वोटों के अंतर से मात दे दी। टीटी को विभाग तो मिल चुका है, लेकिन उन्होंने अभी तक सचिवालय में पदभार ग्रहण नहीं किया। टीटी को मुख्य भवन में कमरा आवंटित हुआ है। टीटी संभवत: ऐसे पहले मंत्री हैं, जो विधायक बने बिना मंत्री बने और मंत्री पद की शपथ लेने के बाद चुनाव हार गए। टीटी की हार से भाजपा सरकार और संगठन दोनों को बड़ा झटका लगा है। सरकार बनने के बाद भाजपा की यह पहली सियासी परीक्षा थी, जिसे सत्ता और संगठन दोनों मिलकर पास नहीं कर सके। श्रीगंगानगर जिले की श्रीकरणपुर विधानसभा सीट पर चुनाव हारने के बाद सुरेंद्रपाल सिंह टीटी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।

करणपुर से पूर्व विधायक तथा कांग्रेस प्रत्याशी रहे गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण चुनाव स्थगित किया गया था। चुनाव की घोषणा के बाद उनके बेटे रुपिन्द्र सिंह रूबी कुन्नर को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाकर सहानुभूति का कार्ड खेला, वहीं भाजपा ने पूर्व विधायक सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को न केवल प्रत्याशी बनाया बल्कि मतदान से पहले राज्य में नवगठित भजनलाल शर्मा की सरकार में राज्यमंत्री बनाकर बड़ा राजनीतिक दांव खेला, लेकिन सोमवार को हुई मतगणना में राज्य मंत्री टीटी को हार का सामना करना पड़ा।

पहले राउंड में जोश, दूसरे राउंड से छाई मायूसी

भाजपा प्रत्याशी टीटी को पहले राउंड में 724 वोटों की बढ़त मिली तो भाजपाइयों और टीटी समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। मतगणना स्थल पर काउटिंग एजेंटों ने जयश्रीराम के नारे लगा दिए। यह खुशी अगले राउंड में उड़न छू हो गई। दूसरे राउंड में कांग्रेस के कुन्नर ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए टीटी की बढ़त को रोकते हुए 184 वोटों की बढ़त हासिल कर ली। कुल 18 राउंड की गिनती में पहले और पन्द्रहवें राउंड के अलावा एक भी राउंड ऐसा नहीं था, जिसमें टीटी को बढ़त मिली। 18 में से 16 राउंड में कांग्रेस प्रत्याशी ही आगे रहे। अन्य प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।

पोस्टल बैल्ट वोट में भी आगे रहे कुन्नर


कांग्रेस प्रत्याशी रुपिन्दर सिंह रूबी कुन्नर पोस्टल बैल्ट पेपर वोटों में भी भाजपा प्रत्याशी सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी से बीस वोटों से आगे रहे। कुन्नर को जहां 189 वोट मिले, वहीं टीटी के खाते में 167 वोट ही गए। आम आदमी पार्टी के पृथीपाल सिंह संधू को सिर्फ 28 वोट प्राप्त हुए।

किसे कितने वोट मिले

रुपिन्द्र सिंह कुन्नर, कांग्रेस- 94 हजार 950

सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी, भाजपा- 83 हजार 667

पृथीपाल सिंह संधू, आप- 11 हजार 912

वर्तमान भजनलाल सरकार में मंत्रिमंडल की तीस में से 25 सीटें भरी हुई हैं। एक सीएम, दो डिप्टी सीएम, 12 केबिनेट मंत्री, 5 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार, पांच राज्यमंत्री शपथ लेकर काम कर रहे हैं। सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी को तीस दिसम्बर को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ दिलवाई गई थी। मतदान वाले दिन पांच जनवरी को शाम को टीटी को कृषि विपणन, कृषि सिचिंत क्षेत्र विकास एवं जल उपयोगिता, इंदिरा गांधी नहर, अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी। टीटी के इस्तीफा देने के बाद मंत्रिमंडल की एक सीट रिक्त हो जाएगी। इसके बाद मंत्रिमंडल की संख्या 24 रह जाएगी और छह सीटें खाली रहेंगी।

इन नेताओं ने संभाली थी प्रचार की कमान

भाजपा- मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी, उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत, अर्जुन लाल मेघवाल, राजेन्द्र राठौड़, सतीश पूनिया।

कांग्रेस - पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सुखविंदरसिंह रंधावा, सचिन पायलट, गोविंदसिंह डोटासरा।

इनका कहना है

- जब देश की संवैधानिक संस्थाएं अपना दायित्व भूल जाएं, तब जनता की अदालत में न्याय होता है। सरकार मंत्री बना सकती है, लेकिन विधायक नहीं।

गोविन्द सिंह डोटासरा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष

- हार के कारणों की समीक्षा करेंगे और बहुत जल्दी आपको बताएंगे।

सी पी जोशी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष