जयपुर : पढ़ाई के तनाव ने ली फिर एक छात्रा की जान, सुसाइड नोट में किया माता-पिता के सपने का जिक्र

बच्चों के अपने कुछ सपने होते हैं जिसे पोर करने की चाहत में वे दिन-रात मेहनत करते हैं और पढ़ाई कर उस मुकाम को हासिल करना चाहते हैं। लेकिन कई बार पढ़ाई का यह तनाव बच्चों का मनोबल तोड़ देता हैं और इस समय उन्हें अपनों की जरूरत होती हैं। जयपुर के बरकत नगर में इससे जुड़ा एक मामला सामने आया जिसमें पढ़ाई के तनाव ने फिर एक छात्रा की जान ले ली। शनिवार को पीजी हॉस्टल में रहने वाली 19 वर्षीय अनीशा मीणा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें उसने मरने से पहले माता-पिता के सपने पूरा नहीं कर पाने का जिक्र किया है। पुलिस ने मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए एसएमएस अस्पताल मोर्चरी में रखवाया है।

मृतका दौसा जिले के लालसोट की रहने वाली थी। पिता मुकेश मीणा सरकारी अध्यापक हैं और धौलपुर में पोस्टेड हैं। छात्रा कुछ समय पहले ही जयपुर आई थी। यहां महारानी कॉलेज में बीएससी प्रथम वर्ष में प्रवेश लिया था। बरकत नगर में एक पीजी में रह रही थी। उसके साथ एक रूम पार्टनर भी रहती थी। पुलिस ने बताया कि छात्रा ने फंदे पर लटकने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा। इसमें उसने पढ़ाई और अपने भविष्य के सपनों का जिक्र किया। युवती ने नोट में परिजनों का जिक्र करते हुए लिखा है कि मैं आपके सपनों को पूरा नहीं कर पा रही हूं इसके लिए मुझे माफ करना। जिंदगी बहुत बड़ी है। उसने आगे लिखा कि जो मैं सपना पूरा नहीं कर पाई वह छोटा भाई पूरा करेगा।

दोपहर को रूम पार्टनर छात्रा नहाने के लिए बाथरूम में गई, तभी पीछे से अनीशा ने चुन्नी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। करीब 15 मिनट बाद जब रूम पार्टनर नहाकर लौटी तो कमरा अंदर से बंद मिला। काफी देर खटखटाने के बाद भी जब अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई तो उसने आसपास के लोगों को बुलाया। लोगों ने खिड़की खोलकर झांका तो अनीशा फंदे से लटकी दिखाई दी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर आकर गेट तोड़ा और युवती को फंदे से उतारकर अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।