बजरंग दल की शोभायात्रा में हुआ पथराव, गुजरात के नर्मदा में बढ़ा तनाव, पुलिस बल तैनात

नई दिल्ली। गुजरात के नर्मदा जिले में सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया है। यहां सेलांबा इलाके में बजरंग दल की शौर्य यात्रा पर हमले के बाद जमकर बवाल हुआ। जमकर पत्थरबाजी और आगजनी की गई। पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर भीड़ को मौके से हटा दिया है। बड़ी संख्या में पुलिसफोर्स की तैनाती की गई है। एक दिन पहले ही वडोदरा में भी सांप्रदायिक तनाव हो गया था। यहां गणेश विसर्जन के दौरान कुछ लोगों ने पथराव कर दिया था।

गुजराती मीडिया के मुताबिक कइदा और सेलांबा गांव के बीच बजरंग दल ने शौर्य यात्रा का आयोजन किया था। जब यात्रा एक मुस्लिम बस्ती से गुजर रही थी तो कुछ उपद्रवियों ने अचानक पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। पत्थरबाजी के अलावा कम से कम दो दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। मौके पर कुछ पुलिसकर्मी मौजूद थे। हालांकि, इनके पास हथियार नहीं थे और वे भीड़ को रोकने में नाकामयाब रहे।

पत्थरबाजी में कुछ लोग घायल बताए जा रहे हैं। वहीं, कई दुकानों और मकानों में नुकसान हुआ है। कुछ गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई। तनाव की सूचना के बाद मौके पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स को भेजा गया। आंसू गैस के गोले दागकर स्थिति को संभाला गया। मौके पर पुलिस फोर्स की तैनाती बढ़ा दी गई है। कई थानों की पुलिस ने पूरे इलाके में गश्त शुरू कर दी है। फिलहाल तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। डिप्टी एसपी, एलसीबी और एसओजी समेत सभी वरिष्ठ अधिकारी स्थिति को संभालने में जुटे हैं।

पुलिस ने मामले की जानकारी दी है कि पथराव की एक घटना के बाद यह झगड़ा हुआ जहां अब हालात काबू में हैं।

अब तक क्या कुछ जानकारी सामने आई है?

फिलहाल इलाके में महौल शांत बताया जा रहा है। नर्मदा जिले के इस इलाके में पहले भी इस तरह की घटनाएं होती रही हैं। दावा यह किया गया है कि जब बजरंग दल की यात्रा इलाके से निकल रही थी तो कुछ लोगों ने यात्रा पर पथराव किया। जिसके बाद तनाव बढ़ गया और माहौल खराब हो गया। पुलिस ने दोनों पक्षों को खदेड़ा और इलाके में गश्त की, जिसके बाद मामला अब शांत बताया जा रहा है।

वीडियो के आधार पर पुलिस करेगी जांच

इस मामले को लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और शामिल आसमाजिक तत्वों पर कार्रवाई होगी ताकि ऐसे मामले फिर ना हो सकें। ऐसे ही घटना पिछले दिनों मेवात में हुई थी जहां शोभायात्रा पर पथराव के बाद तनाव बढ़ गया था और कई दिन तक हालात तनावपूर्ण रहे थे। इस हिंसा में एक इमाम समेत दो लोग मारे गए थे।