कम ब्याज मिलने के बावजूद आमजन को हैं बैंक पर भरोसा, राजस्थानियों के 3 करोड़ खातों में ‌11924 करोड़ रुपए

जीवन में बचत बहुत जरूरी हैं ताकि जरूरत पड़ने पर उस बचत को काम में लिया जा सके और किसी के आगे हाथ ना फैलाना पड़े। ऐसे में कई लोग अपनी कमाई का एक हिस्सा कहीं इन्वेस्ट करते हैं तो कई लोग बैंक में जमा करवाते हैं। हांलाकि बैंक में ब्याज कम हैं लेकिन लोगों को बैंक पर भरोसा हैं। जिसका प्रभाव यह हैं कि देश में अभी 43.29 करोड़ प्रधानमंत्री जनधन खातों में 1.45 लाख करोड़ रु. से ज्यादा राशि जमा है। राजस्थानियों के 3 करोड़ खातों में ‌11924 करोड़ रुपए जमा हैं। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के प्रदेश संयोजक महेश मिश्रा ने कहा कि आम जनता काे भरोसा है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में रखा उनका पैसा या धरोहर पूर्ण रूप से सुरक्षित है। इतिहास भी साक्षी है कि आज तक कोई सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक फेल नहीं हुआ। निजी बैंक आए दिन फेल होते रहते हैं।

यूपी, बिहार व बंगाल के बाद यह सबसे अधिक है। विशेषज्ञों का मानना है कि बैंकों जमा कराने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है क्योंकि, बचत हमारी परंपरा भी रही है। पहले घरों तक सीमित थी, अब बैंक खाते खुलने आसान हुए तो वहां पहुंचने लगी है। नोटबंदी के बाद इसमें तेजी आई है। लोग बैंकों खासकर सार्वजनिक क्षेत्र पर ज्यादा भरोसा करने लगे हैं। देश भर में 55% जनधन खाते महिलाओं के हैं।

बैंक विशेषज्ञों का कहना है कि जनधन खातों में जमा रकम पर 2.70% की वार्षिक दर से ब्याज मिलता है। वह वह भी तीन महीने से। यानी 100 रु. जमा हैं तो सिर्फ 24 पैसे प्रति माह ब्याज मिलेगा। बचत खातों में 3.25% वर्षिक दर से ब्याज मिलता है। प्राइवेट बैंक को इससे भी अधिक दे रहे।