मालदीव की संसद में बोले PM मोदी, पानी अब सिर से ऊपर जा रहा है, आतंकवाद दुनिया के सामने सबसे बड़ा खतरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) अपने पहले विदेश दौरे पर मालदीव (Maldives) पहुंचे। वहां उन्होंने संसद को को संबोधित करते हुए आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान (Pakistan) पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा सरकार प्रायोजित आतंकवाद मानवता के लिए आज सबसे बड़ा खतरा है और उन्होंने इससे निपटने के लिए वैश्विक नेताओं से एकजुट होने की अपील की। मोदी ने कहा, 'पानी अब सिर से ऊपर जा रहा है।' उन्होंने दुनिया के नेताओं से आतंकवाद से मिलकर लड़ने को कहा। मोदी ने कहा, 'आतंकवाद और चरमपंथ से लड़ना दुनिया में नेतृत्व की सबसे बड़ी परीक्षा है।' पीएम मोदी ने कहा कि आतंकियों को धन और हथियार मुहैया कराने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। पीएम मोदी ने परोक्ष रूप से पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए कहा, 'सरकार प्रायोजित आतंकवाद आज दुनिया के सामने सबसे बड़ा खतरा है।' भारत ने पहले देश में आतंकवादी हमलों के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया था और उससे उसकी सरजमीं से पनप रहे आतंकी संगठनों को समर्थन देना बंद करने को कहा था। मालदीव की संसद ‘मजलिस’ को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, 'आतंकवाद न केवल देश के लिए बल्कि पूरी सभ्यता के लिए खतरा है। उन्होंने कहा, वैश्विक समुदाय ने जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों पर सम्मेलन और बैठकें आयोजित की हैं, अब उसे आतंकवाद के मुद्दे पर भी साथ में आना चाहिए। अब आतंकवाद पर वैश्विक सम्मेलन का समय है'। मोदी ने कहा कि आतंकवाद न केवल किसी देश के लिए, बल्कि समूची सभ्यता के लिए खतरा है।

अच्छा आतंकवादी और बुरा आतंकवादी

पीएम मोदी ने आगे कहा, 'आतंकवादियों ने पास न तो बैंक हैं, न नोट छापने वाली मशीनें और न ही हथियार बनाने वाली फैक्ट्रियां। लेकिन फिर भी न तो उनके पास पैसों की कमी होती है और न ही हथियारों की। उन्होंने सवाल किया, 'उन्हें यह सब कहां से मिलता है? उन्हें यह सुविधाएं कौन मुहैया कराता है?' उन्होंने कहा, 'बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोग आज भी अच्छा आतंकवादी और बुरा आतंकवादी के बीच अंतर करने की गलती कर रहे हैं।'

मोदी और सोलेह ने समुद्री लूट, आतंकवाद, संगठित अपराध, मादक पदार्थ की तस्करी और मानव तस्करी समेत समान चिंता के मुद्दों पर द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर रजामंदी जताई। उन्होंने आतंकवाद, उग्रवाद और चरमपंथ से मुकाबले के लिए संयुक्त कार्यसमूह बनाने पर भी सहमति जताई।

मालदीव में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए हर भारतीय आपके साथ- मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि भारत और मालदीव के संबंध इतिहास से भी पुराने हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आज मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि मालदीव में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए हर भारतीय आपके साथ है।’’ मोदी दोबारा प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर शनिवार को मालदीव पहुंचे थे।

भारत-मालदीव संयुक्त वक्तव्य के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने क्षेत्र में और अन्य कहीं भी आतंकवाद के सभी प्रकारों के खिलाफ उनका सुस्पष्ट रुख प्रकट किया। इसमें कहा गया कि दोनों देशों के सुरक्षा हित जुड़े होने की बात को रेखांकित करते हुए उन्होंने क्षेत्र की स्थिरता के लिए एक दूसरे की चिंता और आकांक्षाओं के प्रति विवेकपूर्ण सोच रखने का आश्वासन दोहराया। उन्होंने एक दूसरे के प्रतिकूल किसी भी गतिविधि के लिए अपने अपने क्षेत्रों का इस्तेमाल नहीं होने देने की बात भी दोहराई। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मालदीव के सर्वोच्च सम्मान 'रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन' से भी नवाजा गया।