जयपुर। जल संसाधन मंत्री डॉ0 राम प्रताप ने जल संरक्षण के लिए गॉवों में भी छतों के वर्षा जल को बचाने के लिए हार्वेस्टिंग व्यवस्था अपनाने पर जोर दिया है।
डॉ. राम प्रताप शुक्रवार को यहां मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की आई.ई.सी क्रियान्वयन समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा की वर्षा जल के संरक्षण के लिए गाँवों के पारम्परिक जल संरक्षण ढ़¬ांचों को पुर्नजीवित करना चाहिए ताकि भूजल स्तर भी ऊपर आने के साथ ही वर्षा जल व्यर्थ में नही बहने पाये।
उन्होनें कहा कि जल संरक्षण के लिए आम जन को जागरूग करने की जरूरत है। उन्होने प्रदेश के विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को अभियान चलाकर जल संंरक्षण एंव जल बचत के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिये।
उन्होनें कहा कि जल संरक्षण हेतु नवाचार अपनाते हुए वाटर हार्वेस्टिंग व्यवस्था में विद्यालयों में झूले तथा अन्य खेल के साधनों को भी जोडे ताकि जल बचत से उनका उपयोग हो सके।
जल संरक्षण मंत्री ने समाचार पत्रों, में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, होर्डिंग एवं अन्य अखबारों से मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के सकारात्मक प्रभावों के प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिये।
बैठक में खाद्य एवं नगरिक आपूर्ति मंत्री श्री बाबूलाल वर्मा, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती अनीता भदेल, जल संसाधन प्रमुख सचिव श्री शिखर अग्रवाल एवं राजस्थान जलग्रहण विकास एवं भू-संरक्षण आयुक्त श्री अनुराग भरद्वाज एवं जल संसाधन योजना प्राधिकरण के सदस्य श्री राजेश कुमार भण्डारी ने चर्चा में भाग लिया।