श्रीलंका : सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद सरकार ने उठाया बड़ा कदम, बुर्के पर लगाया बैन

श्रीलंका के कोलंबो समेत देश के कई जगहों पर हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद अब वहां की सरकार ने सख्‍त रुख अपनाया है। एक प्रेस रिलीज जारी कर श्रीलंकाई सरकार ने कहा है कि सोमवार से मुंह को किसी भी तरह के कपड़े से ढकना पूरी तरह प्रतिबंधित है तांकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। श्रीलंका में हुए सिलसिलेवार आत्‍मघाती बम धमाकों की जिम्‍मेदारी आईएस ने ली थी, जिसके बाद वहां की सरकार ने यह आदेश दिया है।

श्रीलंका के राष्‍ट्रपति ने लिखा, 'ऐसे कपड़े पहनना जो चेहरे को पूरी तरह से ढकते हो, सोमवार से उनपर प्रतिबंध है।' सरकार ने यह कदम तब उठाया है जब वहां के सांसदों ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बुरके पर बैन लगाने के लिए एक प्राइवेट मेंबर मोशन पेश किया। जिसके बाद सरकार ने यह कदम उठाया है।

वहां के All Ceylon Jamiyyathul Ulama (ACJU) नाम के मौलवियों के संगठन ने भी एक आदेश जारी करके महिलाओं को बुर्का या चेहरे ढकने वाले कपड़ों का इस्‍तेमाल न करने की बात कही थी। ऐसा इसलिए कहा गया था ताकि राष्‍ट्रीय सुरक्षा में किसी तरह की बाधा न आए। ऐसा माना जा रहा था कि प्रधानमंत्री इसपर हामी नहीं भरेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यह 'अंडर इमरजेंसी कानून' के तहत लगाया गया बैन है जो स्थायी नहीं है। इससे पहले वायुनिया शहर में सेना और पुलिस के एक विशेष संयुक्त अभियान के दौरान 10 संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। एक खुफिया सूचना के आधार पर मुख्य सड़कों को बंद कर दिया गया और करीब तीन घंटे तक तलाशी अभियान चलाया गया। इलाके में सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी कर दी गई है। इस बीच, एनटीजी द्वारा प्रबंधित एक स्कूल के बारे में सूचना मिलने के बाद चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान गैले के डमगेदरा इलाके में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया।

बता दें कि 21 अप्रैल को ईसाई समुदाय के पर्व ईस्टर के मौके पर श्रीलंका के अलग-अलग इलाकों में चर्चों को निशाना बनाया गया। कुल आठ बम धमाके हुए। इनमें 253 लोगों की जान चली गई, जबकि सैकड़ों लोग जख्मी हुए थे। आतंकी संगठन आईएसआईएस ने इन धमाकों की जिम्मेदारी ली है। बम धमाकों के बाद श्रीलंका में बड़े पैमाने पर अंतिम संस्कार हो रहे हैं और हर जगह की निरीक्षण किया जा रहा है।

ईस्टर पर बम हमला करने वाले समूह से जुड़े आतंकवादियों ने शुक्रवार को पूर्वी प्रांत में सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में गोलीबारी की और खुद को उड़ा लिया जिसमें छह बच्चों और तीन महिलाओं सहित 15 लोग मारे गए। घटनास्थल से भारी मात्रा में विस्फोटक भी बरामद हुआ। इस्लामिक स्टेट आतंकी समूह ने अपनी प्रचार समाचार एजेंसी ‘अमाक’ के माध्यम से रविवार सुबह एक बयान जारी कर दावा किया कि मुठभेड़ के दौरान खुद को उड़ाने वाले तीन आतंकवादी उसके सदस्य थे।