नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगी सोनिया गांधी

नरेंद्र मोदी प्रचंड बहुमत के साथ दूसरी बार सरकार बनाने जा रहे हैं। गुरुवार को शाम 7 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति भवन में मोदी और उनकी मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। सूत्रों के अनुसार राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में होने वाले इस समारोह में करीब 7000 मेहमान शिरकत कर सकते हैं। इन मेहमानों की लिस्ट में उन बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिजनों का भी नाम है जिन्‍होंने चुनावी हिंसा में अपनी जान गंवा दी। इस कार्यक्रम में देश विदेश की तमाम नामचीन हस्तियां हिस्सा लेंगी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी भी इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगी।

वहीं विदेश मंत्रालय की तरफ से नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने मेहमानों की पुष्टि कर दी है। 30 मई को बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद, श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना, नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली, म्यांमार के राष्ट्रपति यू विन म्यिंट, किर्गीज राष्ट्रपति जीनबेकोव और भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे।

इनके अलावा मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ और थाईलैंड के विशेष दूत ग्रिसाडा बूनरैक भी मोदी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।

भारत सरकार ने इस समारोह में शामिल होने के लिए BIMSTEC (बे ऑफ बंगाल इनीशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल ऐंड इकॉनमिक को-ऑपरेशन) समूह के नेताओं को आमंत्रित किया है। शपथ ग्रहण समारोह में सभी प्रदेशों के राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है।

ममता बनर्जी नहीं होंगी शामिल

वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगी। पहले उन्होंने कहा था कि वे इस औपचारिक समारोह में हिस्सा लेंगी। ममता ने बुधवार को कहा कि वे शपथ ग्रहण में जाने का मन बना चुकी थीं, लेकिन पिछले कुछ घंटों के दौरान सामने आई मीडिया रिपोर्ट्स को देखने के बाद उन्होंने मन बदल लिया। ममता ने कहा कि रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि बंगाल में हिंसा के दौरान 54 लोगों की जान गई। भाजपा का यह दावा पूरी तरह से गलत है। ममता ने कहा- मोदीजी मैं माफी चाहती हूं, मैं समारोह में नहीं आ सकती। ममता ने एक पत्र के जरिए शपथ ग्रहण में शामिल न होने की जानकारी दी। उन्होंने लिखा- नए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी बधाई। मेरी योजना थी कि आपका न्योता स्वीकार करूं और शपथ ग्रहण समारोह में आऊं। शपथ ग्रहण लोकतंत्र को मनाने का गरिमामय मौका होता है। यह ऐसा मौका नहीं होता है, जिसकी गरिमा को कोई दल अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल करके कम कर दे। मुझे माफ करें।

हिंसा में मारे गए कार्यकर्ताओं के परिवार शपथग्रहण में होंगे शामिल

30 मई यानी गुरुवार को होने जा रहे शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए करीब 50 बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिजनों को न्‍यौता मिला है। इनके ट्रेन से गुरुवार को दिल्‍ली पहुंचने की संभावना है। इसे लेकर जहां कार्यकर्ताओं में खुशी है, वहीं इसे 2021 में पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं को बड़ा संदेश देने के तौर पर भी देखा जा रहा है। एक अनुमान के मुताबिक, पिछले 6 वर्षों में पंचायत चुनाव से लेकर लोकसभा चुनाव तक करीब 50 बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्‍या कर दी गई। पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में भी चुनावी हिंसा के दौरान एक बीजेपी कार्यकर्ता मनु हंसदा की हत्‍या कर दी गई थी, जिनके बेटे अब पीएम मोदी के शपथ-ग्रहण समारोह में शिरकत करने जा रहे हैं। उन्‍होंने अपने पिता की हत्‍या का आरोप राज्‍य में सत्‍तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के 'गुंडों' पर लगाया। उन्‍होंने कहा, 'मेरे पिता की हत्‍या तृणमूल के गुंडों ने कर दी। हम खुश हैं कि हम दिल्‍ली जा रहे हैं। हमारे इलाके में अब शांति है।'