बिहार : जायदाद में बहनों को ना मिल पाए हिस्सा तो मां का गला घोंटकर बेटों ने कर डाली हत्या

लालच इंसान को गलत राह पर ले जाता हैं और कई बार जानवर भी बना देता हैं। इसका एक मामला देखने को मिला बिहार में जहां कलयुगी बेटों ने अपनी मां की बेरहमी से सिर्फ इसलिए हत्या कर दी ताकि बहनों को जायदाद में हिस्सा ना मिल पाए। इस हत्या को आत्महत्या दिखाने के लिए बेटोंने घर के सबसे ऊपरी मंजिल पर मां को कपड़ा सुखाने वाली रस्सी के सहारे लटका दिया था। घटना के बाद घर से दोनों बहुएं फरार है। थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि आवेदन मिलने के बाद पुलिस कार्रवाई करेगी। यह हत्या है या आत्महत्या, पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा। घटना नालंदा जिले के लहेरी थाना क्षेत्र के भराव की हैं। मृतका की पहचान गंगा महतो की पत्नी 70 वर्षीय रामसखी देव के रूप में की गई है।

रामसखी के दामाद आनंदी कुमार ने बताया कि संपत्ति विवाद में बेटों दयानंद प्रसाद और संजय कुमार ने मां की रस्सी के सहारे गला घोंट कर हत्या कर दी और उसे आत्महत्या में तब्दील करने के लिए छत पर हुक के सहारे टांग दिया। जबकि, छत और फर्श की दूरी इतनी नहीं है कि वहां कोई फांसी लगा सके। दोनों बेटे अक्सर मां और पिता के साथ मारपीट करते थे। रामसखी के दो बेटे और तीन बेटियां हैं। जब भी बेटियां अपनी मां और बाप को देखने आती थी, उनके साथ भी झगड़ा करते थे। इतना ही नहीं 3 महीने पहले भी दयानंद प्रसाद और संजय कुमार ने माता-पिता के साथ मारपीट की थी। इस मामले में बेटियों और दामाद ने स्थानीय थाना में आवेदन भी दिया था, जिसके बाद दोनों बेटों ने मां और पिता से माफी मांगी और भविष्य में मारपीट न करने की बात कबूली थी। इसके बाद थाने से आवेदन वापस ले ली गई थी।

दोनों बेटों को शक था कि मां-बाप की सेवा करने के कारण कहीं उसके माता-पिता संपत्ति बंटवारे में बेटियों को उसका हक ना दे दें। मंगलवार दोपहर बाद मां छत पर कुछ काम करने आई थी। तभी ताक लगाए बेटों ने रस्सी से गला घोंट कर हत्या कर दी। मां के शव को फंदे से हटा शव को नीचे रखकर दोनों बेटे शोर-शराबा करने लगे। मौके पर पहुंची बेटियों ने हत्या का आरोप दोनों भाइयों पर लगाया है।