सोमवार को राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान विश्व प्रसिद्ध पुष्कर मंदिर पहुंचे राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पुष्कर सरोवर की पूजा की इस दौरान जब पुजारी राजनाथ कौल ने कांग्रेस अध्यक्ष से उनका गोत्र पूछा तो राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अपना गोत्र का नाम लेते हुए कहा कि वह कौल दत्तात्रेय गौत्र के है। वही राहुल गांधी द्वारा अपने गोत्र का खुलासा करने के बाद टेक्स्टाइल मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) से भी अपना गोत्र बता दिया है। ट्विटर पर एक शख्स की ओर से पूछे गए सवाल पर स्मृति ने अपना गोत्र बताया है। केंद्रीय मंत्री ने पिता पक्ष से अपना गोत्र बताया है। साथ ही यह भी बताई हैं कि उनके पति पक्ष से गोत्र नहीं है।
यूजर @RiturajKonwar15 ने ट्विटर पर पूछा, 'क्या मैं स्मृति ईरानी जी (@smritiirani) और उनके पति वह बच्चों को गोत्र जान सकता हूं। क्या वह सिंदूर धार्मिक करणों से लगाती हैं या यह केवल फैशन है?' @RiturajKonwar15 ने इस ट्वीट में प्रधानमंत्री के आधिकारिक ट्विटर पेज, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस नेता शशि थरूर और कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर पेज को टैग किया है। ट्विटर पर जवाब देते हुए उन्होंने अपने गोत्र का खुलासा किया और कहा कि मेरा गोत्र कौशल है जैसा कि मेरे पिता, उनके पिता और पिता का है। मेरे पति और बच्चे पारसी हैं। इसीलिए उनका कोई गोत्र नही है। मैं हिंदू धर्म में विश्वास रखती हूं इसीलिए सिंदूर लगाती हूं। अब आप अपनी जिंदगी पर ध्यान दें। धन्यवाद।
मालूम हो कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध शिवलिंग की पूजा करने पहुंचे थे। उस दौरान बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कांफ्रेंस करके उनका गोत्र पूछा था। पिछले दिनों राजस्थान के पुष्कर मंदिर में पूजा के दौरान पुजारी के पूछने पर राहुल गांधी ने बताया था कि उनका गोत्र कौल है। वे दत्तात्रेय कौल ब्राह्मण हैं। यहां गौर करने वाली बात यह है कि राहुल गांधी के परनाना पंडित जवाहर लाल नेहरू कश्मीरी पंडित थे, जबकि राहुल के दादा फिरोज गांधी पारसी समाज से आते थे। वहीं राहुल गांधी की मां ईसाई धर्म से आती हैं। यानी राहुल गांधी का ननिहाल पक्ष ई्रसाई है। इस मामले पर चुटकी लेते हुए राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि राहुल गांधी को अपने पिता और दादा जी का गोत्र बताना चाहिए ना कि माता की तरफ का गोत्र। कौल ब्राह्मण कौन होते हैं?
संस्कृत में कौल शब्द की उत्पत्ति कुल से हुई है। कश्मीरी ब्राह्मण इसको अपने सरनेम के रूप में इस्तेमाल करते हैं। इनका संबंध शैव संप्रदाय से जोड़ा जाता है। पंडित जवाहरलाल नेहरू कौल ब्राह्मण थे। उनका सरनेम नेहरू इसलिए पड़ा क्योंकि उनका घर नहर किनारे था। इसलिए उनका परिवार नेहरू सरनेम से प्रसिद्ध हुआ। हिंदू वंशावली परंपरा में पिता के आधार पर पुत्र के गोत्र का निर्धारण होता है। इस लिहाज से देखें तो राहुल गांधी के दादा फिरोज गांधी पारसी थे। इस कारण उनका दत्तात्रेय गोत्र से जुड़ा दावा सही प्रतीत नहीं होता।