अगर BJP के पास 145 नंबर है तो बेशक बना ले सरकार, शिवसेना पीछे नहीं हटेगी: संजय राउत

महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी के साथ मुख्यमंत्री पद को चल रही उठापटक के बीच आज शिवसेना विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में एकनाथ शिंदे को विधानसभा में विधायक दल का नेता चुना गया है। शिवसेना विधायक दल की बैठक में पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने विधायकों को संबोधित किया। उन्होंने यहां बताया कि बीजेपी से अभी किसी मसले पर बात नहीं हुई है। अगर 50-50 फॉर्मूले पर मुख्यमंत्री सच बोल रहे हैं, तो क्या मैं झूठ बोल रहा हूं? विधायकों को उद्धव ने नसीहत भी दी कि अगर कोई नेता पार्टी बदलता है, तो जनता उसे पसंद नहीं करती है।

वहीं बैठक से पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने भाजपा के प्रति उनकी पार्टी के रुख में नरमी की खबरों को अफवाह बताया है। राउत ने कहा है कि शिवसेना के इस रुख में नरमी के लेकर मीडिया के एक वर्ग में आईं खबरें अफवाह हैं। उन्होंने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, ऐसी खबरें आ रही हैं कि शिवसेना के रुख में नरमी आई है, उसने समझौता कर लिया है और सत्ता में पदों के वितरण में बराबरी की हिस्सेदारी की मांग त्याग दी है। यह सब अफवाह है। यह जनता है जो सब कुछ जानती है। (भाजपा और शिवसेना के बीच) जो कुछ भी तय हुआ था वह होगा। उन्होंने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, ऐसी खबरें आ रही हैं कि शिवसेना के रुख में नरमी आई है, उसने समझौता कर लिया है और सत्ता में पदों के वितरण में बराबरी की हिस्सेदारी की मांग त्याग दी है। यह सब अफवाह है। यह जनता है जो सब कुछ जानती है। (भाजपा और शिवसेना के बीच) जो कुछ भी तय हुआ था वह होगा। उन्होंने शिवसेना में संभावित फूट की खबरों को भी निराधार बताया। राउत ने कहा कि जो लोग अफवाहें फैला रहे हैं कि शिवसेना के 23 विधायक भाजपा के संपर्क में हैं तो वे शायद आदित्य ठाकरे का नाम लेना भूल गए होंगे और वे केवल 23 विधायकों का नाम ही क्यों ले रहे हैं, पूरे 56 विधायकों के नाम क्यों नहीं ले रहे। विधायक दल की बैठक से पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, ‘हम अपनी मांग से पीछे नहीं हटे हैं, लेकिन हमारे दोस्त अपने वादों से पीछे हट गए हैं। चुनाव से पहले 50-50 फॉर्मूले पर बात हुई थी, इसे देवेंद्र फडणवीस ने भी कबूला है।’ अगर बीजेपी के पास 145 विधायक हैं, तो बेशक सरकार बना ले।

इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने बीजेपी से कहा था है कि वह उनकी पार्टी को महाराष्ट्र में अगली सरकार के गठन के लिए विकल्प ढूंढ़ने पर विवश न करे। उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि राजनीति में कोई ‘संत’ नहीं होता है। राउत ने एक समाचार चैनल के साथ बातचीत में कहा, ‘हम गठबंधन (भाजपा के साथ) में विश्वास करते हैं। लेकिन भाजपा को हमें सरकार गठन के लिए अन्य विकल्प ढूंढ़ने को विवश नहीं करना चाहिए।’उन्होंने ये भी कहा, ‘राजनीति में कोई संत नहीं होता।’

राउत की ये बात वरिष्ठ सहयोगी बीजेपी को ये संकेत था कि उससे परे सरकार गठन शिवसेना के लिए पूरी तरह असंभव नहीं है। उन्होंने दावा किया कि दोनों दल सत्ता में ‘बराबर भागीदारी’ पर सहमत हुए थे और इस संबंध में मुंबई में घोषणा भी की गई थी। राउत ने कहा कि सरकार गठन को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है। महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में बीजेपी को 105 और शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं। शरद पवार नीत एनसीपी ने 54 सीट जीतीं, जबकि कांग्रेस के हिस्से 44 सीट आई हैं।