महाराष्ट्र : समर्थन के साथ-साथ कांग्रेस ने रखी ये शर्त - विधानसभा में मिले स्पीकर का पद

महाराष्ट्र में सरकार गठन की तस्वीर धीरे-धीरे साफ होती दिख रही है। अब खबर है कि सरकार बनाने के लिए कांग्रेस महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी सरकार को बाहर से समर्थन दे सकती है। दोनों दलों की विचारधारा एक-दम अलग है और ऐसे में कांग्रेस बाहर रहकर शिवसेना को समर्थन देना चाहती है। दिल्ली में सोनिया गांधी के साथ महाराष्ट्र कांग्रेस के बड़े नेताओं की बैठक चल रही है और जयपुर में मौजूद अपने विधायकों से भी सोनिया ने बात की है और बाहर से समर्थन देने के लिए उन्हें राजी किया है। हालांकि महाराष्ट्र कांग्रेस के विधायक सरकार में शामिल होना चाहते थे।

महाराष्ट्र में शिवसेना सरकार को बाहर से समर्थन के बदले कांग्रेस ने विधानसभा में स्पीकर का पद देने की शर्त रखी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों दल कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर साथ आने को तैयार हो गए हैं लेकिन कांग्रेस सरकार विधानसभा में अपनी मजबूत पकड़ चाहती है। यही वजह से वह बाहर रहकर भी महाराष्ट्र सरकार में सबसे अहम किरदार निभाना चाहती है।

वही दूसरी तरफ शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे राज्यपाल से मिलने पहुंच चुके हैं। खबर है कि पार्टी राज्यपाल से सरकार गठन पर जवाब देने के लिए 24 घंटे का वक्त मांग सकती है। एनसीपी किसी वरिष्ठ शिवसेना नेता को मुख्यमंत्री बनाना चाहती है, ऐसे में उद्धव ठाकरे ही सबसे बेहतर विकल्प होंगे। वहीं शिवसेना ने एनसीपी को प्रस्ताव दिया है कि उनका गठबंधन महाराष्ट्र में किसानों, सूखे, रोजगार के मुद्दे पर होगा न कि किसी राष्ट्रीय मुद्दे को लेकर दोनों दल साथ आ रहे हैं। यही प्रस्ताव शिवसेना ने कांग्रेस को भी दिया है।