महाराष्ट्र : सरकार गठन को लेकर चल रही रस्साकसी के बीच शिवसेना का ट्वीट वार, 'जो लोग कुछ भी नहीं करते हैं, वो कमाल...'

बीजेपी और शिवसेना के बीच महाराष्‍ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रही रस्साकसी के बीच आज शिवसेना की तरफ से एक नया ट्वीट आया है, जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। महाराष्ट्र में जारी गतिरोध के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने बुधवार की सुबह ट्वीट किया, 'जो लोग कुछ भी नहीं करते हैं, वो कमाल करते हैं।' बता दें कि एक दिन पहले ही संजय राउत ने कहा था कि, 'मु्ख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा, महाराष्ट्र की राजनीति बदल रही है, आप खुद देखेंगे।' राउत ने कहा, 'जिसे आप हंगाम कह रहे हैं वो हंगामा नहीं है बल्कि न्याय और अधिकारों की लड़ाई है। जीत हमारी होगी।'

दरअसल, दरअसल, महाराष्ट्र चुनाव से पहले बीजेपी और शिवसेना के बीच एक राजनीतिक 'डील' हुई थी। इसके तहत पांच साल की सरकार में ढाई साल का सीएम पद बीजेपी के पास और बाकी ढाई साल का सीएम पद शिवसेना के पास रहेगा। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद ही बीजेपी को 50-50 फॉर्मूले की याद दिलाई थी। ठाकरे ने साफ शब्दों में कहा था- 'लोकसभा चुनाव में अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस के साथ जो तय हुआ था, उससे न कम और न ज्यादा चाहिए। उससे एक कण भी अधिक मुझे नहीं चाहिए।'

बता दे, बीजेपी ने शिवसेना के साथ सरकार बनाने पर जोर देते हुए बातचीत के लिए 24 घंटे दरवाजे खुले होने का दावा किया और गेंद शिवसेना के पाले में डाल दी है।

आपको बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार गठन पर जारी गतिरोध के बीच एक दिन पहले ही शिवसेना नेता किशोर तिवारी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत को पत्र भी लिखा था। पत्र में उन्होंने कहा है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को बीजेपी और शिवसेना के बीच चल रहे सत्ता संघर्ष को सुलझाने की जिम्मेदारी सौंपनी चाहिए। भागवत को लिखे पत्र में तिवारी ने कहा कि RSS प्रमुख को इस स्थिति का गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए और महाराष्ट्र में सरकार गठन में गतिरोध दूर करने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए, उन्होंने कहा कि लोग इस मुद्दे पर संघ की 'चुप्पी' से चिंतित हैं। गौरतलब है कि महाराष्ट्र की सियासी स्थिति पर बीते कई दिनों से शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में संपादकीय छप रहा था। हालांकि आज का संपादीय चक्रवाती तूफान पर है।

वहीं इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को कहा कि अगर शिवसेना यह घोषणा कर दे कि उसने भाजपा के साथ अपना संबंध तोड़ दिया है तो महाराष्ट्र में एक राजनीतिक विकल्प बनाया जा सकता है। राकांपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी चाहती है कि केंद्र सरकार में शिवसेना के इकलौते मंत्री अरविंद सावंत भी इस्तीफा दे दें।