शिवसेना का पीएम मोदी पर कटाक्ष , कहा- वे भगवान विष्णु के अवतार हैं, श्रद्धालुओं को दर्शन देने ...

भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए में सहयोगी शिवसेना ने पीएम की विदेश यात्राओं पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि इन यात्राओं से भारत को क्या हासिल हुआ? फ्रांस और रूस के साथ भारत के रक्षा सौदों को अधिक महत्व नहीं देते हुए उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली पार्टी ने दावा किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप धमकी दे रहे हैं कि यदि भारत एफ-16 लड़ाकू जेट सौदे पर राजी नहीं होता है तो अमेरिका भारत पर आर्थिक प्रतिबंध लगायेगा।

भगवान विष्णु के अवतार हैं ...


पार्टी ने अपने मुखपत्र ‘सामना' के संपादकीय में यह कहते हुए मोदी पर कटाक्ष किया कि वह ‘‘भगवान विष्णु के अवतार हैं और यही वजह है कि अपने श्रद्धालुओं को दर्शन देने के लिए पूरी दुनिया की यात्रा कर रहे हैं''।

वैसे, शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र में सत्तारुढ़ भाजपा की अगुवाई वाले गठबंधन का हिस्सा है लेकिन भाजपा के 2014 के महाराष्ट्र लोकसभा चुनाव अकेले अपने दम पर लड़ने के फैसले के बाद से दोनों दलों के बीच तनाव चल रहा है।

सामना के संपादकीय में की गयी टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर मुम्बई भाजपा प्रवक्ता निरंजन शेट्टी ने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी राजनीतिक दल के मुखपत्र में व्यक्त विचारों पर प्रतिक्रिया नहीं करती है। शिवसेना ने कहा कि कई ऐसे देश हैं जिनके साथ भारत के अच्छे संबंध नहीं है, ‘‘शायद प्रधानमंत्री उनके साथ संबंध सुधारने के लिए विदेश यात्रा पर जाते हैं''। उसने कहा कि उनकी यात्रा पर करोड़ों रुपये खर्च होते हैं। पार्टी ने कहा, ‘‘बदले में भारत को क्या हासिल हुआ।

पहला, फ्रांस के साथ राफेल जेट सौदा किया गया जिसमें भ्रष्टाचार के आरोप सामने आए। फिर, अमेरिका ने रुस के साथ एस-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली का सौदा करने पर अमेरिका ने एतराज किया। भारत रूस समझौते के बाद अब अमेरिका खुद को तुष्ट करने के लिए चाहता है कि भारत उससे एफ-16 खरीदे''। शिवसेना ने आरोप लगाया कि अमेरिका भारत को रुसी एस -400 वायु रक्षा प्रणाली का सौदा करने पर अमेरिका के विरोधियों से प्रतिबंध के जरिये निपटने संबंधी कानून (सीएएटीएसए) के माध्यम से पाबंदियों की धमकी दे रहा है। अमेरिका पहले ही पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू जेट विमान बेच चुका है। ऐसे में पाकिस्तान को इस विमान की सभी ‘गोपनीय बारीकियां' मालूम हैं। उसके बाद भी ट्रंप प्रशासन भारत को यह विमान बेचना चाहता है।