नई दिल्ली। ज्योतिर मठ के 46वें शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के 'हिंदुत्व वाले बयान' का समर्थन किया। ज्ञातव्य है कि पिछले सप्ताह लोकसभा में राहुल ने बेहद आक्रामक भाषण दिया जिसे लेकर भाजपा नेता उन पर हमलावर रहे। राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान उस समय विवाद हो गया, जब राहुल गांधी ने भाजपा नेताओं पर लोगों को सांप्रदायिक आधार पर बांटने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके भाषण की निंदा की। उन्होंने कहा कि राहुल ने एक तरह से पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक बताया है। इस तरह के आरोपों को लेकर संसद में गरमागरम बहस हुई। इसके बाद अध्यक्ष ने कई विवादास्पद बयानों को रिकॉर्ड से हटा दिया।
हिंदू समुदाय के बीच शंकराचार्य का विशेष सम्मान रहा है। अविमुक्तेश्वरानंद ने को कहा, 'हमने राहुल गांधी का पूरा भाषण ध्यान से सुना है। उन्होंने साफ तौर से इस बात पर जोर दिया कि हिंदू धर्म हिंसा को खारिज करता है।' सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें शंकराचार्य राहुल के भाषण के कुछ अंश प्रसारित करने की आलोचना करते नजर आते हैं। उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी के बयान के केवल कुछ अंश शेयर करना भ्रामक और अनैतिक है। इसके लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित किया जाना चाहिए।'
गौरतलब है कि राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी ने भी भाई पर लगे आरोपों का बचाव किया था। उन्होंने कहा था कि राहुल कभी भी हिंदुओं के खिलाफ नहीं बोल सकते। उनकी टिप्पणी भाजपा और उसके नेताओं को लेकर थी। वहीं, पीएम मोदी ने आरोप लगाया था कि राहुल ने सदन में हिंदुओं को हिंसा फैलाने वाला कहा है। यह काम बहुत बड़ी साजिश के तहत बहुत सोच समझ कर किया है, इसलिए हिंदुओं को भी अब इस बारे में सोच विचार करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा, 'हिंदुओं को हिंसक बताना बहुत गंभीर बात है और इसमें कोई गहरी साजिश हिंदुओं के खिलाफ नजर आ रही है। हिंदुओं को हिंसक कहा जा रहा है, अपमानित किया जा रहा है और गाली दी जा रही है। हिंदुओं को गाली देने का चलन बनाया जा रहा है, इसलिए इस बारे में हिंदुओं को भी सोचना पड़ेगा।'