कोरोना के खतरे को देखते हुए बिहार में 10 दिन का लॉकडाउन बढ़ाने की तैयारी, CM नीतीश के ऐलान का इंतजार!

बिहार में कोरोना के प्रकोप को कम करने के लिए लॉकडाउन लगाया हुआ है जिसे बढ़ाने के बारे में आज रविवार शाम को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ऐलान कर सकते है। बता दें कि आज रविवार, 23 मई को आपदा प्रबंधन की लॉकडाउन बढ़ाने पर निर्णय को लेकर अहम बैठक बुलाई गई है। बैठक में मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार को लॉकडाउन की पूरी अद्यतन जानकारी दी जाएगी। उनकी सहमति के बाद मुख्‍य सचिव राज्‍य में लॉकडाउन-3 की घोषणा कर सकते हैं। खबर है कि लॉकडाउन 10 दिनों तक के लिए बढ़ाया जा सकता है।

बता दे, राज्य में पहला लॉकडाउन 5-15 मई तक था। दूसरे लॉकडाउन 25 मई को खत्‍म हो रहा है। इस बार लॉकडाउन के गाइडलाइन में भी कुछ बदलाव होगा। शहरों में लॉकडाउन में कुछ छूट दी जा सकती है, मगर गांवों में इस बाद सख्‍ती होगी।

क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप ने सीएम नीतीश कुमार को फिलहाल लॉकडाउन जारी रखने की सलाह दी है। मुख्यमंत्री ने कोरोना के खिलाफ नीतिगत स्तर पर जूझ रहे कई विभागों जैसे आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास विभाग के अफसरों से राय मांगी थी और बताया गया है कि इन सभी विभागों ने अपनी राय लॉकडाउन के पक्ष में दी है।

पिछले 24 घंटे में मिले 4375 नए मरीज

आपको बता दे, बिहार में कोरोना के मामले अब कम हो रहे है। पिछले 24 घंटे में राज्य में संक्रमण के 4375 नए मामले सामने आए हैं। 8676 मरीज स्वस्थ हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में 24 घंटों में 1,40,514 सैंपलों के टेस्ट किए गए। अब बिहार में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 44,907 हो गई है। सबसे ज्यादा 725 नए मामले राजधानी पटना में सामने आए। इसके बाद मुजफ्फरपुर में वायरस संक्रमण के 404 मामले सामने आए। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी है।

बिहार के अररिया में 116, बेगुसराय में 197, पूर्वी चंपारण में 122, गया में 190, गोपालगंज में 145, कटिहार में 185, मधुबनी में 119, मुंगेर में 114, नालंदा में 100, पूर्णिया में 155, समस्तीपुर में 216, सीवान में 125, सुपौल में 131, वैशाली में 117 और पश्चिमी चंपारण में 133 केस सामने आए।

राज्य में अब तक कुल 6,36,224 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में रिकवरी रेट 92.80% है।

चलंत आरटीपीसीआर टेस्टिंग वैन रवाना


मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में कोरोना संक्रमण के जांच की संख्या बढ़ायी जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए आज से चलंत आरटीपीसीआर टेस्टिंग वैन को रवाना किया गया है। इससे कोरोना जांच की गति और बढ़ेगी। कोरोना संक्रमण से प्रभावित होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों की ट्रैकिंग हिट कोविड नाम के साॅफ्टवेयर से की जा रही है। इस व्यवस्था में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा नियमित रूप से घर-घर जाकर मरीजों के ऑक्सीजन लेबल व टेंपरेचर की जांच की जा रही है। इसका अनुश्रवण केंद्रीकृत तरीके से किया जाता है।

ब्लैक फंगस महामारी घोषित

बिहार सरकार ने शनिवार को ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने बताया कि प्रदेश में ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देशों पर इसे एपिडेमिक डिजीज एक्ट के तहत अधिसूचित किया गया है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने कई दिशानिर्देश भी जारी किए हैं।

बता दे, बिहार में ब्लैक फंगस से संक्रमित मरीजों की संख्या 91 पहुंच गई है। बीते 24 घंटे में पटना AIIMS में 40 संदिग्ध मरीज आए, जिनमें से 7 में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। वहीं, शनिवार को ही IGMS में दो ब्लैक फंगस के मामले आए।

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया है कि बिहार में ब्लैक फंगस के इलाज के लिए RMRI में दवाइयों का स्टोरेज किया गया है। पटना में AIIMS, IGIMS, PMCH और NMCH में इलाज की स्पेशल व्यवस्था की गई है। इनमें मरीजों को एंफोटेरिसिन की दवा फ्री में मिलेगी।