जोधपुर में धारा 144 लागू, भड़की हिंसा में हुआ पथराव, एक दुकान जलाई, दो पुलिसकर्मी घायल

जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर के सूरसागर में एक दीवार के निर्माण को लेकर दो गुटों के बीच विवाद हो गया। मामले ने इतना तूल पकड़ा कि रात को व्यापारियों के मोहल्ले के आस-पास दोनों पक्षों में जमकर पत्थर चले। हालात काबू से बाहर होने पर आनन-फानन में अलग अलग थानों का जाप्ता और आरएसी मौके पर भेजी गई। रात करीब पौने बारह बजे पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंचे। इस घटनाक्रम में पुलिस कर्मी भी घायल हुए, जिनमें चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थानाधिकारी नितिन दवे भी शामिल हैं। एडीसीपी निशांत भारद्वाज के मुताबिक व्यापारियों के मोहल्ला, सुभाष चौक और कुछ कॉलोनी में पुलिस पर भी पथराव किया गया है। पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

राजस्थान में जोधपुर के सूरसागर में दो गुटों के बीच पत्थरबाजी के बाद इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। कई थाना इलाकों में धारा 144 लागू किया गया है। पुलिस उपायुक्त पश्चिम (डीसीपी) आलोक श्रीवास्तव ने सूरसागर, प्रतापनगर, देवनगर, प्रतापनगर सदर और राजीव गांधी थाना क्षेत्र में धारा 144 लागू करने का आदेश जारी किया है। इलाके में शांति बहाली तक यहां पर धारा 144 लागू रहेगी। साम्प्रदायिक सौहार्द और सद्भावना बिगड़ने के अंदेशे के चलते धारा 144 लगाई गई है।

पथराव में दो पुलिसकर्मी घायल

जानकारी के अनुसार, दो गुटों के बीच हिंसा भड़कने पर पथराव में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए, एक दुकान में आग लगा दी गई और दो वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया। डीसीपी ने बताया कि सूर सागर इलाके में राजाराम सर्किल के पास ईदगाह के पीछे की तरफ द्वार के निर्माण को लेकर शुक्रवार रात झड़प हुई। इलाके के लोग द्वार के निर्माण का विरोध कर रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर लोगों को वहां से खदेड़ दिया और आंसू गैस के चार-पांच गोले भी छोड़े। शुक्रवार देर रात तक स्थिति पर काबू पा लिया गया, लेकिन इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है।

दुकान को आग लगाई, ट्रेक्टर फूंका

पथराव के दौरान व्यापारियों के मोहल्ले में झाड़ू की दुकान को आग लगा दी गई। उसके परिजन घर के ऊपर से गुहार लगाते नजर आए। इस दौरान भी पत्थर चलते रहे। आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड बुलाई गई। इसी तरह एक जगह पर एक ट्रैक्टर को भी एक पक्ष ने फूंक दिया, जिससे अफरा तफरी का माहौल बना रहा। बता दें दो दिन पहले इसी क्षेत्र में आबों का बास व व्यापारियों का मोहल्ला में कुछ किशोरों में झगड़े के बाद मारपीट की घटना हुई। गिरफ्तारी की मांग को लेकर गुरुवार देर रात दोनों पक्ष थाने पहुंचे और नारेबाजी और प्रदर्शन किया। एकबारगी तनाव व्याप्त हो गया। समझाइश के बाद दोनों पक्ष घर लौट गए थे।

उपद्रवियों को पकड़ने के लिए की जा रही छापामारी

कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शनिवार सुबह भी काफी संख्या में पुलिसकर्मी और ‘राजस्थान आर्म्ड कांस्टेबुलरी’ बल को इलाके में तैनात रखा गया। पुलिस आयुक्त राजेंद्र सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर दो प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। पुलिस ने बताया कि दोनों पक्षों के लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस संदिग्धों को पकड़ने के लिए इलाके में छापेमारी कर रही है।



इस वजह से हुआ था विवाद

पुलिस के अनुसार, ईदगाह के पीछे की तरफ द्वार बनाने के लिए शुक्रवार शाम दीवार का निर्माण कार्य शुरू किया गया था, जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया। इसके बाद विरोध ने हिंसक रूप ले लिया और पथराव, आगजनी व तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया, कुछ लोगों ने सड़क किनारे मौजूद एक ट्रैक्टर में आग लगा दी और एक वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके अलावा, भीड़ ने पुलिस पर भी पथराव किया। पुलिस ने दोनों समुदायों के मौजिज लोगों की मदद से कुछ समय के लिए स्थिति को नियंत्रित कर लिया था, लेकिन अचानक पथराव होने पर स्थिति फिर तनावपूर्ण हो गई।

फिलहाल मौके पर शांति है। मौके पर देर रात को सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी, शहर विधायक अतुल भंसाली भी मौके पर पहुंचे। देवेंद्र जोशी इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि जिस तरह से लोगों को घरों से निकालकर मारा गया है, बच्चों के साथ मारपीट की गई है उनके दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।