दो दिन में दो बार हादसे का शिकार हुई वंदे भारत एक्सप्रेस, सामने आया रेल मंत्री का बयान

गुजरात में वंदे भारत एक्सप्रेस से मवेशियों के टकराने की लगातार दूसरी घटना सामने आई है। शुक्रवार को हुए इस हादसे में ट्रेन के आगे का हिस्सा थोड़ा बहुत ही क्षतिग्रस्त हुआ है। फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। बता दें कि इससे पहले गुरुवार को भी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक हादसे का शिकार हो गई थी। यह मुंबई से अहमदाबाद आ रही ये ट्रेन वटवा और मणिनगर स्टेशन के पास भैसों के झुंड से टकरा गई थी। हादसे के दौरान वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन का फ्रंट का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 4 भैंसों की मौत हुई थी।

रेलवे के मुताबिक घटना दोपहर करीब 3:44 पर वडोदरा मंडल में आणंद के पास हुई। यहां अचानक ट्रेन के सामने एक गाय आकर टकरा गई। ट्रेन गांधीनगर से मुंबई जा रही थी। हादसा होने के बाद ट्रेन को लगभग 10 मिनट तक रोके रखा गया। बताया जा रहा है कि ट्रेन को कोई खास नुकसान नहीं हुआ है। सिर्फ फ्रंट कोच यानी ड्राइवर कोच के आगे के हिस्से में मामली डेंट आया है। ट्रेन सुचारू रूप से चल रही है।

इन हादसों पर रेल मंत्री की सफाई भी आई है। गुजरात के आणंद में बोलते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पटरियों पर मवेशियों के साथ टकराव अपरिहार्य है और सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन को डिजाइन करते समय इसे ध्यान में रखा गया है।

उधर, रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, वंदे भारत ट्रेन काफी तेज स्पीड में थी। इसी के चलते टक्कर होने पर इसके आगे के हिस्से को नुकसान पहुंचा है। इस ट्रेन में बाकी इंजनों की तरह आगे कोई गार्ड नहीं लगा होता है। गार्ड का इस्तेमाल करने पर ये इस ट्रेन की यूएसपी को खराब कर देगा। इस ट्रेन को तेज स्पीड से चलाने के लिए इसकी ऐसी डिजाइन जरूरी है। ऐसे में इस ट्रेन में आगे कुछ नहीं लगाया जा सकता है।

वतवा रेलवे स्टेशन पर तैनात आरपीएफ निरीक्षक प्रदीप शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे अधिनियम, 1989 की धारा 147 के तहत केस दर्ज किया गया था, जो रेलवे के किसी भी हिस्से में अनधिकृत प्रवेश और उसकी संपत्ति के दुरुपयोग से संबंधित है।